गंगटोक: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Adding category Category:पहाड़ी पर्यटन स्थल (को हटा दिया गया हैं।))
No edit summary
Line 30: Line 30:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{पहाड़ी पर्यटन स्थल}}
{{प्रदेशों की राजधानी}}
{{प्रदेशों की राजधानी}}
{{भारत गणराज्य}}
{{भारत गणराज्य}}

Revision as of 06:51, 11 December 2011

[[चित्र:Gangtok-Valley-Sikkim.jpg|thumb|250px|गंगटोक घाटी, सिक्किम
Gangtok Valley, Sikkim]] गंगटोक सिक्किम राज्य की राजधानी, पूर्वोत्तर भारत में 1,700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।

इतिहास

राजतंत्र की समाप्ति (1975) से पहले यह सिक्किम राज्य का प्रशासनिक केन्द्र था, जिसे भारत में शामिल करके 1975 में राज्य का दर्जा दिया गया।

उद्योग और व्यापार

गंगटोक मक्का, चावल, दलहन और संतरों का विपणन केन्द्र है। 1962 में तिब्बत से लगने वाली सीमा को बंद किए जाने से पहले यह 21 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित नाथुला[1] के ज़रिये भारत तिब्बत व्यापार मार्ग का एक महत्त्वपूर्ण बिंदु था।

कृषि और व्यापार

गंगटोक[2] ढलानों पर अवस्थित है, जहाँ सीढ़ीदार खेतों में व्यापक तौर पर मक्का की खेती होती है। गंगटोक में महत्त्वपूर्ण निर्यात उत्पाद इलायची और उपोष्णकटिबंधीय फलों का सरकारी उद्यान है। दक्षिण में तादोंग में प्रायोगिक कृषि केन्द्र स्थित है।

यातायात और परिवहन

गंगटोक से लाहुंग और लाचेन होते हुए उत्तरी सिक्किम राजमार्ग (1962) तिब्बत की सीमा तक जाता है और राष्ट्रीय राजमार्ग दक्षिण पश्चिम दिशा में भारत की ओर जाता है। thumb|250px|left|सिक्किम विधानसभा, गंगटोक

शिक्षण संस्थान

गंगटोक में नामग्याल इंस्टिट्यूट ऑफ़ तिब्बतोलॉज़ी (1958) नामक शोध केन्द्र है। जिसमें महायान बौद्ध मत से संबंधित पुस्तकों और दुर्लभ पांडुलिपियों का विश्व का विशालतम संग्रह मौजूद है। गंगटोक में एक अस्पताल, माध्यमिक विद्यालय, अदालत और कुछ आधुनिक दुकानें, होटल व सिनेमाघर हैं।

पर्यटन

गंगटोक में ऑर्किड अभयारण्य स्थल है, जिसमें सिक्किम में पाए जाने वाले 454 प्रजातियों के ऑर्किड है। सोने के गुंबद वाले स्तूप से युक्त दो-द्रुल चोर्तेन, जिसमें 108 प्रार्थना चक्र हैं और लघु उद्योग संस्थान कॉटेज इंडस्ट्रीज़ इंस्टिट्यूट (1957) भी यहाँ अवस्थित हैं। अन्य पर्यटन स्थलों में चोग्याल का महल गणेश टोक, हनुमान टोक, एंचे मठ, मृग विहार चिड़ियाघर और ताशी व्यू पॉइंट शामिल हैं। विख्यात रूमटेक बौद्ध मठ यहाँ से 8 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और निकटस्थल लक्षियामा में शाही अंत्येष्टि स्थल स्थित है।

जनसंख्या

यहाँ की आबादी में नेपाली, तिब्बती, लेप्चा और भारतीय लोग शामिल हैं। 2001 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 29,162 है, और पूर्वी ज़िले की जनसंख्या 2,44,790 है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नाथू दर्रा
  2. अर्थ, पर्वत का शिखर

संबंधित लेख