धरमत का युद्ध: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
m (Adding category Category:मध्य काल (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
Line 19: | Line 19: | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
[[Category:मुग़ल साम्राज्य]] | [[Category:मुग़ल साम्राज्य]] | ||
[[Category:मध्य काल]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 07:51, 27 May 2011
- धर्मट का युद्ध 15 अप्रैल, 1658 ई. को लड़ा गया था।
- यह युद्ध उज्जैन से 14 मील की दूरी पर हुआ था।
- इस युद्ध में एक ओर से बीमार मुग़ल सम्राट शाहजहाँ का पुत्र दारा शिकोह अपने पिता का पक्ष लेते हुए, राजा जसवन्त सिंह तथा कासिम अली की फौजों को साथ लेकर लड़ रहा था।
- वहीं दूसरी ओर से विद्रोही औरंगज़ेब तथा मुराद की फौजों ने भाग लिया।
- इस युद्ध में शाही फौज की बुरी तरह से हार हुई, और उसे मुँह की खाकर पराजय का सामना करना पड़ा।
- औरंगज़ेब ने विजयी होकर दिल्ली की ओर तेज़ी से प्रयाण किया।
- वह चम्बल नदी पार करके आगरा से पूर्व में आठ मील की दूरी पर सामूगढ़ पहुँचा।
- सामूगढ़ में दारा शिकोह के नेतृत्व में औरंगज़ेब की शाही फौज से पुन: मुठभेड़ हुई।
- इस बार भी दारा शिकोह पराजित हुआ और वह युद्ध क्षेत्र से भाग खड़ा हुआ।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 215।