अभयगिरि: Difference between revisions
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'''अभयगिरि''' लंका की प्राचीन राजधानी | '''अभयगिरि''' [[श्रीलंका|लंका]] की प्राचीन राजधानी का प्रसिद्ध विहार था। वहाँ के राजा वट्टगामिनी का एक नाम अभय था, जिसने [[बुद्ध]] के अवशेषों पर निर्मित [[स्तूप]] के समीप इस विहार का निर्माण करवाया था। यह स्तूप ही गिरि के नाम से प्रसिद्ध था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1|लेखक= |अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=173 |url=}}</ref> | ||
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Latest revision as of 12:23, 6 August 2020
अभयगिरि लंका की प्राचीन राजधानी का प्रसिद्ध विहार था। वहाँ के राजा वट्टगामिनी का एक नाम अभय था, जिसने बुद्ध के अवशेषों पर निर्मित स्तूप के समीप इस विहार का निर्माण करवाया था। यह स्तूप ही गिरि के नाम से प्रसिद्ध था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 173 |