नागमाल: Difference between revisions
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'''नागमाल''' का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ [[महावंश]] में हुआ है, जिसके अनुसार यह [[श्रीलंका|लंका]] में स्थित बताया गया है। | '''नागमाल''' का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ [[महावंश]] में हुआ है, जिसके अनुसार यह [[श्रीलंका|लंका]] में स्थित बताया गया है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=487|url=}}</ref> | ||
*महावंश<ref>महावंश 15, 153</ref> में वर्णित यह स्थान [[अनुराधापुर]] से संबंधित था। | *महावंश<ref>महावंश 15, 153</ref> में वर्णित यह स्थान [[अनुराधापुर]] से संबंधित था। | ||
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Revision as of 05:47, 1 July 2012
नागमाल का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ महावंश में हुआ है, जिसके अनुसार यह लंका में स्थित बताया गया है।[1]
- महावंश[2] में वर्णित यह स्थान अनुराधापुर से संबंधित था।
- सिंहल नरेश जयंत को स्थविर कश्यप बुद्ध ने इसी स्थान के उत्तर में अशोकमाल पर जाकर धर्मोपदेश दिया था, जिससे सिंहल के चार सहस्र लोग बौद्ध धर्म में दीक्षित हुए थे।
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