गीता 12:5: Difference between revisions
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इस प्रकार निर्गुण उपासना और उसके फल का प्रतिपादन करने के | इस प्रकार निर्गुण उपासना और उसके फल का प्रतिपादन करने के पश्चात् अब देहाभिमानियों के लिये अव्यक्त गति की प्राप्ति को कठिन बतलाते हैं- | ||
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Revision as of 07:43, 23 June 2017
गीता अध्याय-12 श्लोक-5 / Gita Chapter-12 Verse-5
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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