ताम्रपर्णी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

ताम्रपर्णी श्रीलंका का प्राचीन नाम था।[1] सम्राट अशोक को सर्वाधिक सफलता 'ताम्रपर्णी' में मिली। ताम्रपर्णी का राजा तिस्स तो अशोक से इतना प्रभावित था कि उसने भी 'देवानांप्रिय' की उपाधि धारण कर ली। अपने दूसरे राज्याभिषेक में उसने अशोक को विशेष निमंत्रण भेजा। जिसके फलस्वरूप सम्भवतः अशोक का पुत्र महेन्द्र बोधिवृक्ष की पौध लेकर पहुँचा। श्रीलंका में यह बौद्ध धर्म का पदार्पण था।

  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भट्ट, जनार्दन अशोक के धर्मलेख (हिंदी)। नई दिल्ली: प्रकाशन विभाग, 118।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः