गीता 12:20: Difference between revisions
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परमात्मा को प्राप्त हुए सिद्ध भक्तों के लक्षण बतलाकर अब उन लक्षणों को आदर्श मानकर बड़े प्रयत्न के साथ उनका भली-भाँति सेवन करने वाले, परम श्रद्धालु, शरणागत भक्तों की प्रशंसा करने के लिये, उनको अपना अत्यन्त प्रिय बतलाकर भगवान् इस अध्याय का उपसंहार करते हैं | परमात्मा को प्राप्त हुए सिद्ध [[भक्त|भक्तों]] के लक्षण बतलाकर अब उन लक्षणों को आदर्श मानकर बड़े प्रयत्न के साथ उनका भली-भाँति सेवन करने वाले, परम श्रद्धालु, शरणागत भक्तों की प्रशंसा करने के लिये, उनको अपना अत्यन्त प्रिय बतलाकर भगवान् इस अध्याय का उपसंहार करते हैं | ||
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==संबंधित लेख== | |||
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Latest revision as of 09:04, 6 January 2013
गीता अध्याय-12 श्लोक-20 / Gita Chapter-12 Verse-20
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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