पन्नग अस्त्र: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "Category:अस्त्र शस्त्र Category:पौराणिक आयुध" to "Category:पौराणिक अस्त्र-शस्त्र") |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
पन्नग अस्त्र से सर्प पैदा होते हैं। इसके प्रतिकार स्वरूप [[गरुड़ अस्त्र|गरुड़ बाण]] छोड़ा जाता है। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं। | |||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} |
Revision as of 11:48, 26 April 2011
पन्नग अस्त्र से सर्प पैदा होते हैं। इसके प्रतिकार स्वरूप गरुड़ बाण छोड़ा जाता है। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं।
|
|
|
|
|