गीता 16:24: Difference between revisions
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'''प्रसंग-''' | '''प्रसंग-''' | ||
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शास्त्रविधि को त्यागकर किये जाने वाले मनमाने कर्म निष्फल होते | शास्त्रविधि को त्यागकर किये जाने वाले मनमाने कर्म निष्फल होते हैं, यह बात सुनकर जिज्ञासा हो सकती है कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिये ? इस पर कहते हैं- | ||
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Revision as of 08:40, 20 February 2011
गीता अध्याय-16 श्लोक-24 / Gita Chapter-16 Verse-24
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