पुरुषपुर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 14: | Line 14: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{विदेशी स्थान}} | {{विदेशी स्थान}} | ||
[[Category:विदेशी स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश | [[Category:विदेशी स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 13:11, 26 May 2018
पुरुषपुर आधुनिक पेशावर का प्राचीन नाम है।[1]
- प्राचीन समय में पेशावर का नाम 'पुरुषपुर' हुआ करता था।
- ऐतिहासिक परम्परा के अनुसार सम्राट कनिष्क ने 'पुरुषपुर' को द्वितीय शती ई. में बसाया था और सर्वप्रथम कनिष्क के बृहत साम्राज्य की राजधानी बनने का सौभाग्य भी इसी नगर को प्राप्त हुआ था।
- पुरुषपुर प्राचीन समय में गाँधार मूर्तिकला का मुख्य और ख्याति प्राप्त केन्द्र माना जाता था।
- तृतीय बौद्ध संगीति कनिष्क के शासन काल में पुरुषपुर में ही हुई थी। जबकि कुछ विद्वानों के मत में यह बौद्ध संगीति कुंडलवन, कश्मीर में हुई थी।
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 557, परिशिष्ट 'क' |