जलालाबाद: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "विद्वान " to "विद्वान् ")
 
(5 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
*जलालाबाद वर्तमान में [[अफ़गानिस्तान]] में [[क़ाबुल]] के पूर्व में दरिया-ए क़ाबुल नदी के तट पर अवस्थित महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है।  
[[चित्र:Amanullah-Khan-Grave-Jalalabad.jpg|thumb|250px|अमानुल्लाह खान का मक़बरा, जलालाबाद]]
*यहाँ पर [[चीन|चीनी]] यात्री [[युवानच्वांग]] की [[भारत]] यात्रा के समय (630-645ई.) यह स्थान कपिश के अधीन था।  
'''जलालाबाद''' वर्तमान में [[अफ़गानिस्तान]] में [[क़ाबुल]] के पूर्व में दरिया-ए क़ाबुल नदी के तट पर अवस्थित महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है।  
*इस समय यहाँ एक स्तूप था जो [[अशोक]] ने बनवाया था।
*यहाँ पर [[चीन|चीनी]] यात्री [[युवानच्वांग]] की [[भारत]] यात्रा के समय (630-645 ई.) यह स्थान कपिश के अधीन था।  
*इस स्तूप इसकी ऊँचाई 200 फुट थी। युवानच्वांग ने इस नगर के वर्णन में लिखा है, कि नगर में [[बौद्ध]] विद्वान दीपंकर के स्मृति-चिह्न, [[गौतम बुद्ध]] की प्रकाशमान मूर्ति और उनकी उष्णीश की अस्थि विद्यमान थी।  
*इस समय यहाँ एक [[स्तूप]] था जो [[अशोक]] ने बनवाया था।
*यहाँ से पुरातत्व विषयक अनेक अवशेष प्राप्त हुए हैं।  
*इस स्तूप इसकी ऊँचाई 200 फुट थी।  
*5वीं सदी में भारत आने वाले चीनी यात्री [[फ़ाह्यान]] ने जलालाबाद का एक विस्तृत देश के रूप में वर्णन किया था, जिसमें वर्तमान अफ़गानिस्तान तथा पश्चिमी [[पाकिस्तान]] के सीमावर्ती प्रदेश सम्मिलित थे।
*युवानच्वांग ने इस नगर के वर्णन में लिखा है, कि नगर में [[बौद्ध]] विद्वान् दीपंकर के स्मृति-चिह्न, [[गौतम बुद्ध]] की प्रकाशमान मूर्ति और उनकी उष्णीश की अस्थि विद्यमान थी।  
*मध्यकाल में जलालाबाद अफ़गानिस्तान का सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण केन्द्र था।  
*यहाँ से [[पुरातत्त्व]] विषयक अनेक [[अवशेष]] प्राप्त हुए हैं।  
*5वीं [[सदी]] में भारत आने वाले चीनी यात्री [[फ़ाह्यान]] ने जलालाबाद का एक विस्तृत देश के रूप में वर्णन किया था, जिसमें वर्तमान अफ़गानिस्तान तथा पश्चिमी [[पाकिस्तान]] के सीमावर्ती प्रदेश सम्मिलित थे।
*[[मध्यकाल]] में जलालाबाद अफ़गानिस्तान का सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण केन्द्र था।  
*[[अकबर]] ने जलालाबाद और क़ाबुल पर आक्रमण किया था।  
*[[अकबर]] ने जलालाबाद और क़ाबुल पर आक्रमण किया था।  
*[[दोस्त मुहम्मद]] ने जलालाबाद और क़ाबुल पर अधिकार कर स्वयं को अमीर घोषित किया था।  
*[[दोस्त मुहम्मद]] ने जलालाबाद और क़ाबुल पर अधिकार कर स्वयं को अमीर घोषित किया था।  
*सन 1845 ई. में जलालाबाद पर [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] का आधिपत्य हो गया।   
*सन 1845 ई. में जलालाबाद पर [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] का आधिपत्य हो गया।   


{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=
|आधार=
Line 18: Line 19:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{विदेशी स्थान}}
{{विदेशी स्थान}}
 
[[Category:विदेशी स्थान]][[Category:विदेशी नगर]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:विदेशी स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 14:55, 6 July 2017

thumb|250px|अमानुल्लाह खान का मक़बरा, जलालाबाद जलालाबाद वर्तमान में अफ़गानिस्तान में क़ाबुल के पूर्व में दरिया-ए क़ाबुल नदी के तट पर अवस्थित महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है।

  • यहाँ पर चीनी यात्री युवानच्वांग की भारत यात्रा के समय (630-645 ई.) यह स्थान कपिश के अधीन था।
  • इस समय यहाँ एक स्तूप था जो अशोक ने बनवाया था।
  • इस स्तूप इसकी ऊँचाई 200 फुट थी।
  • युवानच्वांग ने इस नगर के वर्णन में लिखा है, कि नगर में बौद्ध विद्वान् दीपंकर के स्मृति-चिह्न, गौतम बुद्ध की प्रकाशमान मूर्ति और उनकी उष्णीश की अस्थि विद्यमान थी।
  • यहाँ से पुरातत्त्व विषयक अनेक अवशेष प्राप्त हुए हैं।
  • 5वीं सदी में भारत आने वाले चीनी यात्री फ़ाह्यान ने जलालाबाद का एक विस्तृत देश के रूप में वर्णन किया था, जिसमें वर्तमान अफ़गानिस्तान तथा पश्चिमी पाकिस्तान के सीमावर्ती प्रदेश सम्मिलित थे।
  • मध्यकाल में जलालाबाद अफ़गानिस्तान का सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण केन्द्र था।
  • अकबर ने जलालाबाद और क़ाबुल पर आक्रमण किया था।
  • दोस्त मुहम्मद ने जलालाबाद और क़ाबुल पर अधिकार कर स्वयं को अमीर घोषित किया था।
  • सन 1845 ई. में जलालाबाद पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य हो गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख