गीता 4:31: Difference between revisions
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सोलहवें श्लोक में भगवान् ने यह बात कही थी कि मैं तुम्हें वह | सोलहवें श्लोक में भगवान् ने यह बात कही थी कि मैं तुम्हें वह कर्मतत्त्व बतलाऊँगा, जिसे जानकर तुम अशुभ से मुक्त हो जाओगे । उस प्रतिज्ञा के अनुसार अठारहवें श्लोक से यहाँ तक उस कर्मतत्त्व का वर्णन करके अब उसका उपसंहार करते हैं- | ||
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Revision as of 06:59, 17 January 2011
गीता अध्याय-4 श्लोक-31 / Gita Chapter-4 Verse-31
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