गौशिउंग: Difference between revisions
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*जापानी शासन काल (सन [[1895]]-[[1945]] में गौशिउंग औद्योगिक केंद्र बना। [[1920]] से इसे जापानी भाषा में 'टकाऊ' या 'टाकू' कहा जाता है। | *जापानी शासन काल (सन [[1895]]-[[1945]] में गौशिउंग औद्योगिक केंद्र बना। [[1920]] से इसे जापानी भाषा में 'टकाऊ' या 'टाकू' कहा जाता है। | ||
*यहाँ [[ऐल्युमिनियम]], [[सीमेंट उद्योग|सीमेंट]], सुपरफॉस्फेट उर्वरक, [[लौह अयस्क|लौह]] की ढलाई, तेल साफ करने, जलयान बनाने, [[मछली]] एवं [[कृषि]] उत्पादन चीनी, [[ऐल्कोहॉल]], [[चावल]] और [[फल]] को सुरक्षित रखने के कारखाने हैं।<ref>{{cite web |url= http:// | *यहाँ [[ऐल्युमिनियम]], [[सीमेंट उद्योग|सीमेंट]], सुपरफॉस्फेट उर्वरक, [[लौह अयस्क|लौह]] की ढलाई, तेल साफ करने, जलयान बनाने, [[मछली]] एवं [[कृषि]] उत्पादन चीनी, [[ऐल्कोहॉल]], [[चावल]] और [[फल]] को सुरक्षित रखने के कारखाने हैं।<ref>{{cite web |url= http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%97%E0%A5%8C%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%89%E0%A4%82%E0%A4%97|title= गौशिउंग|accessmonthday=13 फरवरी|accessyear= 2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= भारतखोज|language= हिन्दी}}</ref> | ||
*इस पत्तन द्वारा चीनी, चावल, [[अनन्नास]] और [[केला|केले]] का निर्यात होता है। | *इस पत्तन द्वारा चीनी, चावल, [[अनन्नास]] और [[केला|केले]] का निर्यात होता है। | ||
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गौशिउंग दक्षिणी फॉरमोसा में पश्चिमी तट पर तैनान से 28 मील की दूरी पर दक्षिण में दक्षिणी फॉरमोसा का एक प्रमुख बंदरगाह एवं रेल तथा सड़कों का केंद्र है।
- इस नगर में चीहो का मछली पकड़ने का प्राचीन क्षेत्र है, जो प्रायद्वीप के पश्चिम में अंतिम छोर पर है।
- आधुनिक नगर का भाग पत्तन को मिलाते हुए पूर्व में एक सुरक्षित एवं छिछली झील पर स्थित है।
- सन 1858 के बाद यह वास्तविक व्यापारिक पत्तन के रूप में विकसित हुआ था।
- जापानी शासन काल (सन 1895-1945 में गौशिउंग औद्योगिक केंद्र बना। 1920 से इसे जापानी भाषा में 'टकाऊ' या 'टाकू' कहा जाता है।
- यहाँ ऐल्युमिनियम, सीमेंट, सुपरफॉस्फेट उर्वरक, लौह की ढलाई, तेल साफ करने, जलयान बनाने, मछली एवं कृषि उत्पादन चीनी, ऐल्कोहॉल, चावल और फल को सुरक्षित रखने के कारखाने हैं।[1]
- इस पत्तन द्वारा चीनी, चावल, अनन्नास और केले का निर्यात होता है।
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