पुरोहितों में मुखिया बृहस्पति[1] मुझको जान। हे पार्थ[2] ! मैं सेनापतियों में स्कन्द और जलाशयों में समुद्र हूँ ।।24।।
Among the priests, Arjuna, know Me to be their chief, Brhaspati. Among warrior-chiefs, I am Skanda (the generalissimo of the gods); and among the waters; I am the ocean. (24)
पुरोधसाम् = पुरोहितों में; मुख्यम् = मुख्य अर्थात् देवताओं का पुरोहित; माम् = मेरे को; विद्धि = जान; पार्थ = हे पार्थ; अहम् = मैं; सेनानीनाम् = सेनापतियों में; स्कन्द: = स्वामिकार्तिक (और); सरसाम् = जलाशयों में; सागर: =समुद्र