उत्तर प्रदेश: Difference between revisions
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अब चीनी उत्पादन में कमी आई है। यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के अनुसार- 'चीनी मिलों ने अब तक तक 611 लाख टन गन्ने की पेराई करके 63 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। औसत रिकवरी घटने से उत्तर प्रदेश में इस सीजन में चीनी उत्पादन घटने की संभावना जताई जा रही है। यूपीएसएमए के एक बयान के अनुसार, चीनी मौसम [[2020]]-[[2021]] की शुरुआत [[अक्टूबर]] के अंत में हुई और कॉर्पोरेट, सहकारी और राज्य चीनी निगम सहित 120 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी। [[नवंबर]] मध्य तक लगभग सभी चीनी मिलों ने [[गन्ना]] पेराई शुरू कर दी और [[12 फ़रवरी]] तक चीनी का उत्पादन 611 लाख टन गन्ने की पेराई करके 63 लाख टन चीनी उत्पादन हासिल किया गया। पिछले वर्ष इसी अवधि में 584 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी और 64 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि पिछले सीजन की इसी अवधि में 10.96 प्रतिशत की तुलना में चालू सीजन के लिए 10.29 प्रतिशत की औसत रिकवरी दर्ज की गई। चीनी सीजन 2020-2021 की मुख्य बात यह है कि इस सीजन में चीनी की रिकवरी कम रही। उद्योग के विशेषज्ञों का अनुमान है कि पिछले सीजन की तुलना में रिकवरी 0.50 प्रतिशत कम हो सकती है'।<ref name="pp">{{cite web |url=https://www.chinimandi.com/reduction-in-sugar-production-in-uttar-pradesh-in-hindi/ |title=उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन में कमी|accessmonthday=24 मार्च|accessyear=2020 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=chinimandi.com |language=हिंदी}}</ref> | |||
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Latest revision as of 12:40, 24 March 2021
उत्तर प्रदेश
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राजधानी | लखनऊ |
राजभाषा(एँ) | हिन्दी भाषा, उर्दू भाषा |
स्थापना | 12 जनवरी, 1950 |
जनसंख्या | 19,95,81,477[1][2] |
· घनत्व | 828[2] /वर्ग किमी |
क्षेत्रफल | 2,40,928 वर्ग किमी |
जलवायु | उष्णदेशीय मानसून |
तापमान | 31 °C |
· ग्रीष्म | 46 °C |
· शरद | 5°C |
मंडल | 18 |
ज़िले | 75[2] |
सबसे बड़ा नगर | कानपुर |
महानगर | कानपुर |
बड़े नगर | लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ, वाराणसी, ग़ाज़ियाबाद, कानपुर |
मुख्य ऐतिहासिक स्थल | वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, कन्नौज, कुशीनगर, कौशाम्बी, चित्रकूट, झांसी, फ़ैज़ाबाद, मेरठ, मथुरा |
मुख्य पर्यटन स्थल | मथुरा, वृन्दावन, आगरा, वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट, फ़तेहपुर सीकरी, सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर |
मुख्य धर्म-सम्प्रदाय | हिन्दू, इस्लाम, ईसाई, बौद्ध, जैन एवं अन्य |
लिंग अनुपात | 1000:908[2] ♂/♀ |
साक्षरता | 69.72% |
· स्त्री | 59.26% |
· पुरुष | 79.24% |
उच्च न्यायालय | इलाहाबाद |
राज्यपाल | आनंदीबेन पटेल |
मुख्यमंत्री | योगी आदित्यनाथ[3] |
उपमुख्यमंत्री | 1. केशव प्रसाद मौर्य 2. दिनेश शर्मा |
विधानसभा सदस्य | 404 |
विधान परिषद सदस्य | 100 |
लोकसभा क्षेत्र | 80 |
राज्यसभा सदस्य | 30 |
बाहरी कड़ियाँ | अधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 12:44, 7 जून 2017 (IST)
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उत्तर प्रदेश भारत की जनसंख्या के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक राजधानी और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है। उत्तर प्रदेश के दूसरे महत्त्वपूर्ण नगर- आगरा, मथुरा, अलीगढ़, अयोध्या, बरेली, मेरठ, वाराणसी (बनारस), गोरखपुर, ग़ाज़ियाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर, फ़ैज़ाबाद और कानपुर आदि हैं। इस राज्य के पड़ोसी राज्य हैं- उत्तरांचल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और बिहार। उत्तर प्रदेश की पूर्वोत्तर दिशा में नेपाल देश है। उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल 2,40,927 वर्ग कि.मी. है। यह भारत का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है। 9 नवम्बर, 2000 को इसमें से अलग करके उत्तरांचल राज्य का गठन किया गया था। 26 जनवरी, 1950 को भारत के गणतंत्र बनने पर राज्य को अपना वर्तमान नाम "उत्तर प्रदेश" मिला था। उत्तर प्रदेश भारत का प्रथम राज्य है, जहाँ कोई महिला मुख्यमंत्री नियुक्त हुई थी। सुचेता कृपलानी इस प्रदेश की ही नहीं अपितु भारत के किसी राज्य में मुख्यमंत्री बनने वाली प्रथम महिला थीं।
सर्वाधिक आबादी वाला प्रदेश
उत्तर प्रदेश सघन आबादी वाले गंगा नदी और यमुना नदी के मैदान में बसा है। लगभग 16 करोड़ की जनसंख्या के साथ उत्तर प्रदेश केवल भारत ही नहीं, बल्कि विश्व की सर्वाधिक आबादी वाला उपराष्ट्रीय प्रदेश है। समूचे विश्व के सिर्फ़ पांच राष्ट्रों चीन, भारत, संयुक्त अमरीका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या ही उत्तर-प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है। उत्तर प्रदेश का भारतीय एवं हिन्दू धर्म के इतिहास में बहुत योगदान है। उत्तर प्रदेश आधुनिक इतिहास और राजनीति का सदैव से केन्द्र बिन्दु रहा है। यहाँ के निवासियों ने स्वतन्त्रता संग्राम आन्दोलन में प्रमुख भूमिका निभायी थी। इलाहाबाद शहर में विख्यात नेताओं- मोतीलाल नेहरू, पुरुषोत्तमदास टंडन और लालबहादुर शास्त्री आदि प्रमुख नेताओं का घर था। यह प्रदेश, देश के आठ प्रधानमन्त्रियों- जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गाँधी, लालबहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी का चुनाव क्षेत्र भी रहा है।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
सांस्कृतिक जीवन
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
उत्तर प्रदेश हिन्दुओं की प्राचीन सभ्यता का उदगम स्थल है। वैदिक साहित्य महाकाव्य रामायण और महाभारत (जिसमें श्रीमद्भागवदगीता शामिल है) के उल्लेखनीय हिस्सों का मूल यहाँ के कई आश्रमों में है। बौद्ध-हिन्दू काल (लगभग 600 ई. पू.-1200 ई.) के ग्रन्थों व वास्तुशिल्प ने भारतीय सांस्कृतिक विरासत में बड़ा योगदान दिया है। 1947 के बाद से भारत सरकार का चिह्न मौर्य सम्राट अशोक के द्वारा बनवाए गए चार सिंह युक्त स्तम्भ (वाराणसी के निकट सारनाथ में स्थित) पर आधारित है।
पर्यटन स्थल
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
उत्तर प्रदेश में सभी के लिए आकर्षण की कई चीज़ें हैं।
- ताजमहल, आगरा
- प्राचीन तीर्थ स्थानों में वाराणसी, विंध्याचल, अयोध्या, चित्रकूट, प्रयाग, नैमिषारण्य, मथुरा, वृन्दावन, देव शरीफ आदि है।
- फ़तेहपुर सीकरी में शेख़ सलीम चिश्ती की दरगाह।
- सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर, संकिसा, कांपिल्य, वर्तमान फ़र्रूख़ाबाद, पिपरावा और कौशांबी प्रमुख हैं।
- आगरा, अयोध्या, सारनाथ, वाराणसी, लखनऊ, झांसी, गोरखपुर, जौनपुर, कन्नौज, महोबा, देवगढ, बिठूर और विंध्याचल, हिन्दू एवं मुस्लिम, वास्तुशिल्प और संस्कृति के महत्त्वपूर्ण खजाने से भरा हैं।
- उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले में मत्स्येंद्रनाथ (पाटन) नामक प्रसिद्ध देवीपीठ है।
चीनी उत्पादन
उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन वर्ष 2020 में 122.28 लाख टन रहा, जो अब तक का सबसे उंचा स्तर था। इससे पहले उत्तर प्रदेश में 2017-2018 के दौरान चीनी का उत्पादन 120.45 लाख टन हुआ था।
अब चीनी उत्पादन में कमी आई है। यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के अनुसार- 'चीनी मिलों ने अब तक तक 611 लाख टन गन्ने की पेराई करके 63 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। औसत रिकवरी घटने से उत्तर प्रदेश में इस सीजन में चीनी उत्पादन घटने की संभावना जताई जा रही है। यूपीएसएमए के एक बयान के अनुसार, चीनी मौसम 2020-2021 की शुरुआत अक्टूबर के अंत में हुई और कॉर्पोरेट, सहकारी और राज्य चीनी निगम सहित 120 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी। नवंबर मध्य तक लगभग सभी चीनी मिलों ने गन्ना पेराई शुरू कर दी और 12 फ़रवरी तक चीनी का उत्पादन 611 लाख टन गन्ने की पेराई करके 63 लाख टन चीनी उत्पादन हासिल किया गया। पिछले वर्ष इसी अवधि में 584 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी और 64 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। जबकि पिछले सीजन की इसी अवधि में 10.96 प्रतिशत की तुलना में चालू सीजन के लिए 10.29 प्रतिशत की औसत रिकवरी दर्ज की गई। चीनी सीजन 2020-2021 की मुख्य बात यह है कि इस सीजन में चीनी की रिकवरी कम रही। उद्योग के विशेषज्ञों का अनुमान है कि पिछले सीजन की तुलना में रिकवरी 0.50 प्रतिशत कम हो सकती है'।[4]
आँकड़े
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वीथिका
Panoramic View Of Shekh Salim Chishti Shrine (Fatehpur Sikri)]]
Panoramic View Of Shekh Salim Chishti Shrine (Fatehpur Sikri)
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निर्वाण मंदिर, कुशीनगर
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यमुना स्नान, विश्राम घाट, मथुरा
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 2011 के अनुसार
- ↑ 2.0 2.1 2.2 2.3 Statistics Of Uttar Pradesh (हिंदी) आधिकारिक वेबसाइट। अभिगमन तिथि: 16 जुलाई, 2014।
- ↑ उत्तर प्रदेश सरकार (हिन्दी) उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट। अभिगमन तिथि: 16 जुलाई, 2014।
- ↑ उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन में कमी (हिंदी) chinimandi.com। अभिगमन तिथि: 24 मार्च, 2020।
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