आदम चोटी: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
सपना वर्मा (talk | contribs) No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Adam-Peak.jpg|thumb|250px|आदम चोटी, [[श्रीलंका]]]] | |||
'''आदम चोटी''' [[श्रीलंका]] के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक [[पर्वत]] है। | '''आदम चोटी''' [[श्रीलंका]] के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक [[पर्वत]] है। | ||
*यह पर्वत 2, 243 मीटर ऊँचा और रत्नपुरा से 18 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। | *यह पर्वत 2, 243 मीटर ऊँचा और रत्नपुरा से 18 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। | ||
Line 6: | Line 7: | ||
*इस पहाड़ के दक्षिण-पश्चिम की ओर चोटी पर पहुँचने के मार्ग को दिखाती भारी ज़ंजीरें गड़ी हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि [[सिकन्दर|सिकन्दर महान]] ने इन्हें यहाँ गड़वाया था, लेकिन उनके श्रीलंका आगमन का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता। | *इस पहाड़ के दक्षिण-पश्चिम की ओर चोटी पर पहुँचने के मार्ग को दिखाती भारी ज़ंजीरें गड़ी हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि [[सिकन्दर|सिकन्दर महान]] ने इन्हें यहाँ गड़वाया था, लेकिन उनके श्रीलंका आगमन का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | ||
|आधार= | ==वीथिका== | ||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | <gallery> | ||
|माध्यमिक= | चित्र:Adams-Peak-2.jpg|आदम चोटी, [[श्रीलंका]] | ||
|पूर्णता= | चित्र:Adams-Peak-3.jpg|आदम चोटी, [[श्रीलंका]] | ||
|शोध= | चित्र:Adams-Peak-4.jpg|आदम चोटी, [[श्रीलंका]] | ||
}} | </gallery> | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Latest revision as of 06:56, 7 September 2016
[[चित्र:Adam-Peak.jpg|thumb|250px|आदम चोटी, श्रीलंका]] आदम चोटी श्रीलंका के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक पर्वत है।
- यह पर्वत 2, 243 मीटर ऊँचा और रत्नपुरा से 18 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है।
- इस पर्वत का शंक्वाकार शिखर 22/7 मीटर आयताकार आधार में समाप्त होता है, जिस पर मानव पाँव के निशान से मिलता-जुलता एक विशाल गड्डा है।
- बौद्ध, मुसलमान और हिन्दू इस निशान का समान रूप से सम्मान करते हैं और वे इसे क्रमश: बुद्ध, आदम और शिव का पदचिह्न मानते हैं।
- प्रत्येक वर्ष इस चोटी पर सभी धर्मों के तीर्थयात्री आते हैं।
- इस पहाड़ के दक्षिण-पश्चिम की ओर चोटी पर पहुँचने के मार्ग को दिखाती भारी ज़ंजीरें गड़ी हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि सिकन्दर महान ने इन्हें यहाँ गड़वाया था, लेकिन उनके श्रीलंका आगमन का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता।
|
|
|
|
|