भास्कर व्रत: Difference between revisions
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Latest revision as of 12:44, 27 July 2011
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- षष्ठी कृष्ण प्रतिपदा पर उपवास करना चाहिए।
- सप्तमी पर 'सूर्य प्रसन्न हों' शब्दों के साथ में श्राद्ध करना चाहिए।
- तिथिव्रत; देवता सूर्य का पूजन करने से कर्ता रोगों से मुक्त हो जाता है।[1], [2] ; [3]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
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