गुलाब सिंह
गुलाब सिंह
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पूरा नाम | गुलाब सिंह |
जन्म | 1913 |
जन्म भूमि | बुर्की, पाकिस्तान |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | 17 वर्ष की उम्र में वे जेल में बंद हुए और अपनी जवानी के 16 वर्ष जेलों के अंदर बिता कर 1946 में ही बाहर आ सके। |
अद्यतन | 17:59, 1 अगस्त 2017 (IST)
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गुलाब सिंह (अंग्रेज़ी: Gulab Singh, जन्म: 1913, रावलपिण्डी के निकट बुर्की (अब पाकिस्तान) प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।
संक्षिप्त परिचय
- प्रसिद्ध क्रांतिकारी गुलाब सिंह का जन्म 1913 ई. में रावलपिण्डी के निकट बुर्की (अब पाकिस्तान) नामक स्थान में हुआ था।
- वह शिक्षा के लिए लाहौर के खालसा हाई स्कूल में दाखिल हुए, परन्तु शिक्षा पूरी किए बिना ही क्रांतिकारी आंदोलन में सम्मिलित हो गए।
- उनके विचारों पर गदर पार्टी सहित विभिन्न क्रांतिकारी आंदोलनों के इतिहास का बड़ा प्रभाव पड़ा
- 16 वर्ष की उम्र में वे प्रसिद्ध क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद, भगतसिंह आदि के संपर्क में आ गए थे।
- गुलाब सिंह दिल्ली के निकट वाइसराय की ट्रेन को गिराने की योजना में सम्मिलित थे। कुछ अन्य क्रांतिकारियों के साथ उन्होंने सरदार भगत सिंह को जेल से निकाल लेने का भी असफल प्रयत्न किया।
- गुलाब सिंह की यह गतिविधियाँ शीघ्र ही सरकार की नजरों में आ गईं और वे गिरप्तार कर लिए गए।
- दूसरे लाहौर षडयत्रं केस में उन पर भी मुकदमा चला। पहले फाँसी की सजा का आदेश हो गया था। जो बाद में बदलकर आजीवन कारावास में कर दिया गया।
- 17 वर्ष की उम्र में वे जेल में बंद हुए और अपनी जवानी के 16 वर्ष जेलों के अंदर बिता कर 1946 में ही बाहर आ सके।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 240 |
बाहरी कड़ियाँ
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