प्रांगण:मुखपृष्ठ/भूगोल: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
m (आदित्य चौधरी (Talk) के संपादनों को हटाकर [[User:अश्वनी भाटिया|अ)
No edit summary
Line 105: Line 105:
|
|
{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
|}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{भूगोल साँचे सूची}}
{{भूगोल साँचे सूची}}
|}
__NOTOC__
__NOTOC__
__NOEDITSECTION__
__NOEDITSECTION__
{{#css:
{{#css:
.portal-menu {
.portal-menu {
Line 116: Line 118:
}
}
}}
}}
[[Category:प्रांगण]]
[[Category:प्रांगण]]
[[Category:भूगोल]]
[[Category:भूगोल]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:भूगोल कोश]]
{{DISPLAYTITLE:<font color="#003366">भूगोल मुखपृष्ठ</font>}}
{{DISPLAYTITLE:<font color="#003366">भूगोल मुखपृष्ठ</font>}}

Revision as of 09:28, 21 June 2011

मुखपृष्ठ गणराज्य इतिहास पर्यटन साहित्य जीवनी दर्शन धर्म संस्कृति भूगोल कला भाषा सभी विषय
  • क्षेत्रफल में, विश्‍व का सातवाँ बड़ा देश होने के नाते भारत शेष एशिया से अलग दिखता है जिसकी विशेषता पर्वत और समुद्र ने तय की है और ये इसे विशिष्‍ट भौगोलिक पहचान देते हैं।
  • भारत कृषि में आत्‍मनिर्भर बन चुका है और अब दुनिया के सबसे औद्योगीकृत देशों की श्रेणी में भी इसकी गिनती की जाती है।


  1. REDIRECTसाँचा:विशेष2

center|70px

  • उत्तर में विशाल पर्वत श्रृंखला हिमालय से घिरा यह कर्क रेखा से आगे संकरा होता जाता है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तथा दक्षिण में हिन्‍द महासागर इसकी सीमा निर्धारित करते हैं।
  • भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग कि.मी. है, जो हिमाच्‍छादित हिमालय की ऊँचाइयों से शुरू होकर दक्षिण के विषुवतीय वर्षा वनों तक फैला हुआ है।
  • भूगोल अनेक विषयों में विभाजित है। जैसे- मानव, वानस्पतिक, कृषि, खनिज आदि...
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...
विशेष आलेख
  • हिमालय संस्कृत के हिम तथा आलय से मिल कर बना है जिसका शब्दार्थ 'बर्फ़ का घर' होता है। हिमालय भारत की अमूल्य धरोहर है।
  • हिमालय एक पर्वत श्रृंखला है जो भारतीय उपमहाद्वीप और तिब्बत को अलग करता है।
  • हिमालय पर्वत की एक चोटी का नाम बन्दरपुच्छ है। यह चोटी उत्तर प्रदेश के टिहरी-गढ़वाल ज़िले में स्थित है। इसकी ऊँचाई 20,731 फुट है।
  • हिमालय पर्वतमाला की गणना वैज्ञानिक विश्व की नवीन पर्वत मालाओं से करते हैं। इसका निर्माण सागर-तल के उठने से आज से पाँच-छह करोड़ वर्ष पहले हुआ। हिमालय को अपनी पूरी ऊँचाई प्राप्त करने में 60 से 70 लाख वर्ष लगे।
  • विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय की ही एक चोटी है। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में कई हिमालय की चोटियाँ हैं।
  • हिमालय में पाई जाने वाली वनस्पति को ऊँचाई और बारिश के आधार पर मुख्यतः चार क्षेत्रों में बाँटा जा सकता है- उष्ण, उपोष्ण, शीतोष्ण और आम्लीय।
  • हिमालय की प्रमुख लाक्षणिक विशिष्टता इसकी बुलंद ऊँचाइयाँ, खड़े किनारों वाले नुकीले शिखर, घाटियाँ, पर्वतीय हिमनदियाँ, जो अक्सर विशाल होती हैं। .... और पढ़ें
चयनित लेख
  • रत्न खनिज का एक आकर्षक टुकड़ा होता है जो कटाई और पॉलिश करने के बाद गहने और अन्य अलंकरण बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • रत्न का रंग ही उसकी सबसे स्पष्ट और आकर्षक विशेषता है। रत्नों को गर्म कर के उसके रंग की स्पष्टता बढ़ाई जाती है।
  • रत्नों का इतिहास अत्यंत ही प्राचीन है। भारत की तरह अन्य देशों में भी इनके जन्म सम्बंधी अनगिनत कथाएं प्रचलित हैं।
  • भारतीय मान्यता के अनुसार कुल 84 रत्न पाए जाते हैं, जिनमें माणिक्य, हीरा, मोती, नीलम, पन्ना, मूँगा, गोमेद, तथा वैदूर्य (लहसुनिया) को नवरत्न माना गया है।
  • रत्नों को तीन श्रेणियों पाषाण रत्न, प्राणिज रत्न और वनस्पतिक रत्न में बांटा गया है। .... और पढ़ें
कुछ लेख
भूगोल श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

[[चित्र:Tungabhadra-River.jpg|300px|तुंगभद्रा नदी, हम्पी|center]]


संबंधित लेख