Difference between revisions of "हरि वासर"

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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित [[हिन्दू धर्म]] का एक [[व्रत]] संस्कार है।  
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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित [[हिन्दू धर्म]] का एक [[व्रत]] संस्कार है।  
 
*हरि का दिन कहा जाता है।  
 
*हरि का दिन कहा जाता है।  
*इस विषय में विभिन्न मत हैं; वर्षक्रियाकौमुदी <ref>वर्षक्रियाकौमुदी (14)</ref> का कथन है कि [[एकादशी]] हरि का दिन है न कि [[द्वादशी]]।  
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*इस विषय में विभिन्न मत हैं; वर्षक्रियाकौमुदी<ref>वर्षक्रियाकौमुदी (14</ref> का कथन है कि [[एकादशी]] हरि का दिन है न कि [[द्वादशी]]।  
*[[गरुड़ पुराण]] <ref>गरुड़ पुराण (1|127|12)</ref> एवं [[नारद पुराण]] <ref>नारद पुराण(2|24|6 एवं 9)</ref> ने एकादशी का हरिवासर कहा है।  
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*[[गरुड़ पुराण]]<ref>गरुड़ पुराण (1|127|12</ref> एवं [[नारद पुराण]]<ref>नारद पुराण(2|24|6 एवं 9</ref> ने एकादशी का हरिवासर कहा है।  
*कृत्यसारसमुच्चय <ref>कृत्यसारसमुच्चय (43)</ref> ने [[मत्स्य पुराण]] को उद्धृत करते हुए कहा है कि यदि [[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ल]] द्वादशी [[बुधवार]] को पड़ती है और वह [[अनुराधा नक्षत्र]] में रहती है, यदि [[भाद्रपद]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[श्रवण नक्षत्र]] रहता है तथा यदि [[कार्तिक]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[रेवती नक्षत्र]] रहता है तो उसे 'हरिवासर' कहा जाता है।  
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*कृत्यसारसमुच्चय<ref>कृत्यसारसमुच्चय (43</ref> ने [[मत्स्य पुराण]] को उद्धृत करते हुए कहा है कि यदि [[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ल]] द्वादशी [[बुधवार]] को पड़ती है और वह [[अनुराधा नक्षत्र]] में रहती है, यदि [[भाद्रपद]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[श्रवण नक्षत्र]] रहता है तथा यदि [[कार्तिक]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[रेवती नक्षत्र]] रहता है तो उसे 'हरिवासर' कहा जाता है।  
*स्मृतिकौस्तुभ <ref>स्मृतिकौस्तुभ (29)</ref> के अनुसार द्वादशी 'हरि तिथि' है।  
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*स्मृतिकौस्तुभ<ref>स्मृतिकौस्तुभ (29</ref> के अनुसार द्वादशी 'हरि तिथि' है।  
 
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
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==सम्बंधित लिंक==
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==संबंधित लेख==
 
{{पर्व और त्योहार}}
 
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Latest revision as of 13:00, 27 July 2011

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tika tippani aur sandarbh

  1. varshakriyakaumudi (14
  2. garu d puran (1|127|12
  3. narad puran(2|24|6 evan 9
  4. krityasarasamuchchay (43
  5. smritikaustubh (29

sanbandhit lekh

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