एन. गोपाल स्वामी आयंगर: Difference between revisions
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*सेवानिवृत्ति के पश्चात ये [[कश्मीर]] में गए तथा वहां के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने लगे। वे स्प्रू समिति की रिपोर्ट के सह लेखक थे। ये भारतीय संविधानसभा के भी सदस्य रहे थे। | *सेवानिवृत्ति के पश्चात ये [[कश्मीर]] में गए तथा वहां के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने लगे। वे स्प्रू समिति की रिपोर्ट के सह लेखक थे। ये भारतीय संविधानसभा के भी सदस्य रहे थे। | ||
*स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात इन्हें रेलवे और यातायात मंत्री बनाया गया तथा इन्होंने रेलवे की कार्यप्रणाली को दक्ष बनाया। [[ | *स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात इन्हें रेलवे और यातायात मंत्री बनाया गया तथा इन्होंने रेलवे की कार्यप्रणाली को दक्ष बनाया। [[सरदार पटेल]] की 1950 ई. में मृत्यु के पश्चात ये उनके स्थान पर नियुक्त हुए तथा इन्होंने [[भारत]] के एकीकरण के पटेल के अधूरे कार्य को पूरा किया। | ||
*इसके पश्चात ये कुछ समय तक रक्षामंत्री भी रहे। | *इसके पश्चात ये कुछ समय तक रक्षामंत्री भी रहे। | ||
*1953 ई. में 71 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई। | *1953 ई. में 71 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई। |
Revision as of 09:58, 28 June 2011
- एन. गोपाल स्वामी आयंगर का जन्म 1882 ई. में हुआ था।
- ये सिविल सेवा के लिए चुने गए तथा 30 वर्षों तक इसके अन्तर्गत विभिन्न पदों पर रहे।
- सेवानिवृत्ति के पश्चात ये कश्मीर में गए तथा वहां के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने लगे। वे स्प्रू समिति की रिपोर्ट के सह लेखक थे। ये भारतीय संविधानसभा के भी सदस्य रहे थे।
- स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात इन्हें रेलवे और यातायात मंत्री बनाया गया तथा इन्होंने रेलवे की कार्यप्रणाली को दक्ष बनाया। सरदार पटेल की 1950 ई. में मृत्यु के पश्चात ये उनके स्थान पर नियुक्त हुए तथा इन्होंने भारत के एकीकरण के पटेल के अधूरे कार्य को पूरा किया।
- इसके पश्चात ये कुछ समय तक रक्षामंत्री भी रहे।
- 1953 ई. में 71 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
नागोरी, डॉ. एस.एल. “खण्ड 3”, स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन), 2011 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर, पृष्ठ सं 83।
बाहरी कड़ियाँ
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