राष्ट्रीय मतदाता दिवस: Difference between revisions

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25 जनवरी, 2015 को 'सरल पंजीकरण और सरल सुधार' थीम के साथ पाँचवाँ 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' है। 'राष्‍ट्रीय मतदाता दि‍वस' के पीछे [[निर्वाचन आयोग]] का उद्देश्‍य अधि‍क मतदाता, वि‍शेष रूप से नए मतदाता बनाना है। इसके लि‍ए इस अवसर को सार्वभौम वयस्‍क मतदान को पूर्ण वास्‍तवि‍कता बनाना और इस प्रकार भारतीय लोकतंत्र की गुणवत्‍ता को बढ़ाना है। यह दि‍वस मतदाताओं में मतदान प्रक्रि‍या में कारगर भागीदारी के बारे में जानकारी फैलाने के रूप में भी प्रयोग कि‍या जाता है।<ref>{{cite web |url= http://pib.nic.in/newsite/hindifeature.aspx?relid=13364|title= राष्‍ट्रीय मताधिकार दिवस- निर्वाचन प्रक्रिया में जन भागीदारी का अस्‍त्र|accessmonthday= 25 जनवरी|accessyear= 2015 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार|language= हिन्दी}}</ref>
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[[चुनाव आयोग]] के अनुसार वर्ष [[2012]] में मतदाताओं के पंजीकरण की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में तकरीबन तीन करोड़ 83 लाख नए मतदाता बने थे, इनमें एक करोड़ 11 लाख युवा मतदाता थे, जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष के बीच थी। [[2011]] में 52 लाख नए मतदाता बने थे। [[1 जनवरी]] को अमहामेधा साल की उम्र पूरी करने वाले को नए मतदाता के रूप में पंजीकृत किया जाता है। 25 जनवरी ही के दिन [[भारत]] में चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। पूर्व [[राष्ट्रपति]] [[ए.पी.जे. अब्दुल कलाम]] ने 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' (2012) के दिन विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया था और [[दिल्ली]] में बने 20 नये मतदाताओं को 'मतदाता फोटो पहचान पत्र' वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के इन 20 नए मतदाताओं को एक बैज भी दिया, जिस पर लिखा था- "मतदाता बनने पर गर्व है, वोट देने के लिए तैयार हैं।" 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के आयोजन के पीछे आयोग की मंशा मतदाताओं और खासकर युवा मतदाताओं के पंजीकरण को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने श्रेष्ठ चुनाव पद्धति अपनाने के लिए ज़िला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को 'राष्ट्रीय पुरस्कार' भी वितरित किए।<ref>{{cite web |url= http://zeenews.india.com/hindi/news/%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%AE%E0%A4%A4%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B8-%E0%A4%86%E0%A4%9C/75485|title= राष्ट्रीय मतदाता दिवस आज|accessmonthday= 25 जनवरी|accessyear= 2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= जी न्यूज|language= हिन्दी}}</ref>
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Revision as of 08:48, 25 January 2015

राष्ट्रीय मतदाता दिवस
विवरण 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' भारत में मनाए जाने वाले महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय दिवसों में से एक है।
तिथि प्रत्येक वर्ष '25 जनवरी'
देश भारत
मुख्य उद्देश्य इस दिवस का उद्देश्य देश में मतदाताओं की संख्या बढ़ाना, विशेषकर नए मतदाताओं को इससे जोड़ना है।
संबंधित लेख चुनाव आयोग, निर्वाचन आयोग

राष्ट्रीय मतदाता दिवस (अंग्रेज़ी: National Voters Day) भारत में प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। इस महत्त्वपूर्ण दिवस का आयोजन सभी भारतवासियों को अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की याद दिलाता है और साथ ही यह भी बताता है कि हर व्यक्ति के लिए मतदान करना जरूरी है।

शुरुआत

'भारत निर्वाचन आयोग' का गठन 25 जनवरी, 1950 को हुआ था। 'भारत सरकार' ने राजनीतिक प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस '25 जनवरी' को ही वर्ष 2011 से 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के रूप में मनाने की शुरुआत की थी।[1]

उद्देश्य

25 जनवरी, 2015 को 'सरल पंजीकरण और सरल सुधार' थीम के साथ पाँचवाँ 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' है। 'राष्‍ट्रीय मतदाता दि‍वस' के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्‍य अधि‍क मतदाता, वि‍शेष रूप से नए मतदाता बनाना है। इसके लि‍ए इस अवसर को सार्वभौम वयस्‍क मतदान को पूर्ण वास्‍तवि‍कता बनाना और इस प्रकार भारतीय लोकतंत्र की गुणवत्‍ता को बढ़ाना है। यह दि‍वस मतदाताओं में मतदान प्रक्रि‍या में कारगर भागीदारी के बारे में जानकारी फैलाने के रूप में भी प्रयोग कि‍या जाता है।[2]

चुनाव आयोग के अनुसार वर्ष 2012 में मतदाताओं के पंजीकरण की रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में तकरीबन तीन करोड़ 83 लाख नए मतदाता बने थे, इनमें एक करोड़ 11 लाख युवा मतदाता थे, जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष के बीच थी। 2011 में 52 लाख नए मतदाता बने थे। 1 जनवरी को अमहामेधा साल की उम्र पूरी करने वाले को नए मतदाता के रूप में पंजीकृत किया जाता है। 25 जनवरी ही के दिन भारत में चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने द्वितीय 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' (2012) के दिन विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया था और दिल्ली में बने 20 नये मतदाताओं को 'मतदाता फोटो पहचान पत्र' वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के इन 20 नए मतदाताओं को एक बैज भी दिया, जिस पर लिखा था- "मतदाता बनने पर गर्व है, वोट देने के लिए तैयार हैं।" 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' के आयोजन के पीछे आयोग की मंशा मतदाताओं और खासकर युवा मतदाताओं के पंजीकरण को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने श्रेष्ठ चुनाव पद्धति अपनाने के लिए ज़िला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को 'राष्ट्रीय पुरस्कार' भी वितरित किए।[3]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. निर्वाचन आयोग 25 जनवरी को मनाएगा राष्ट्रीय मतदाता दिवस (हिन्दी) हिन्दुस्तान.कॉम। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2015।
  2. राष्‍ट्रीय मताधिकार दिवस- निर्वाचन प्रक्रिया में जन भागीदारी का अस्‍त्र (हिन्दी) पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2015।
  3. राष्ट्रीय मतदाता दिवस आज (हिन्दी) जी न्यूज। अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2015।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख