आदित्यहृदय विधि: Difference between revisions
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Latest revision as of 12:40, 27 July 2011
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- रविवार की संक्रान्ति के दिन सूर्य के मन्दिर में आदित्यहृदय नामक मन्त्र का 108 बार पाठ करना चाहिए।
- इस दिन केवल रात्रि में भोजन करना चाहिए।[1]
- रामायण[2] में ऐसा आया है कि अगस्त्य ने आकर राम से इस मन्त्र के पाठ की बात कही है, जिससे कि रावण के ऊपर विजय प्राप्त हो।
- कृत्यकल्पतरु[3] में आया है कि किसी संक्रान्ति वाले रविवार को हृदय या आदित्यहृदय कहा जाता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि व्रतखण्ड (2, 526)।
- ↑ रामायण (युद्धकाण्ड 107
- ↑ कृत्यकल्पतरु (19-20
संबंधित लेख
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