पोलैण्ड: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 8: | Line 8: | ||
*पोलैण्ड ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद [[1918]] में अपनी स्वाधीनता पुनः हसिल की, लेकिन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय फिर से पराधीन होकर नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के अधीन चला गया। | *पोलैण्ड ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद [[1918]] में अपनी स्वाधीनता पुनः हसिल की, लेकिन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय फिर से पराधीन होकर नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के अधीन चला गया। | ||
*द्वितीय विश्वयुद्ध में पोलैण्ड ने अपने साठ लाख नागरिकों को खो दिया था। कई साल बाद पोलैण्ड रूस से प्रभावित एक साम्यवादी गणराज्य के रूप में ईस्टर्न ब्लॉक में उभरा। | *द्वितीय विश्वयुद्ध में पोलैण्ड ने अपने साठ लाख नागरिकों को खो दिया था। कई साल बाद पोलैण्ड रूस से प्रभावित एक साम्यवादी गणराज्य के रूप में ईस्टर्न ब्लॉक में उभरा। | ||
*[[1989]] में | *साम्यवादी शासन का पतन [[1989]] में हो गया, जिसके बाद पोलैण्ड एक नये राष्ट्र के रूप में उभरा। सांविधानिक तौर इसे 'तृतीय पोलिश गणतंत्र' कहकर पुकारा गया। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Latest revision as of 12:16, 28 July 2014
thumb|250px|पोलैण्ड का ध्वज पोलैण्ड (अंग्रेज़ी: Poland) मध्य यूरोप का एक गणतंत्र। इसकी कुल आबादी लगभग 3.8 करोड़ है। पोलैण्ड यूरोपीय संघ के सर्वाधिक आबादी वाले सदस्यों में से एक है। यह पूरे विश्व में 69वाँ और यूरोप में 9वाँ सबसे बड़ा देश है। पोलैण्ड का कुल क्षेत्रफल 312,679 वर्ग किलोमीटर है।[1]
- पोलैण्ड के पश्चिम में जर्मनी, दक्षिण में चेक गणराज्य और स्लोवाकिया, पूर्व मे क्रेन, बेलारूस और लिथुआनिया और उत्तर की ओर बाल्टिक सागर तथा कलिनिन्ग्राद ओबलास्ट है।
- एक राष्ट्र के रूप में पोलैण्ड की स्थापना को इसके शासक मिस्जको प्रथम द्वारा 966 ई. में ईसाई धर्म को राष्ट्र धर्म बनाने के साथ जोड़ कर देखा जाता है। तत्कालीन समय में पोलैण्ड का आकार वर्तमान पोलैण्ड के जैसा ही था।
- वर्ष 1025 ई. में पोलैण्ड राजाओं के अधीन आया और 1569 में पोलैण्ड ने लिथुआनिया के ग्रैंड डचि के साथ मिलकर पोलिश-लिथुआनियन कामनवेल्थ की स्थापना करते हुए एक लंबे रिश्ते की नींव डाली।
- कामनवेल्थ वर्ष 1795 में तोड़ दिया गया और पोलैण्ड को ऑस्ट्रिया, रूस और प्रुसिया के बीच बांट लिया गया।
- पोलैण्ड ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1918 में अपनी स्वाधीनता पुनः हसिल की, लेकिन द्वितीय विश्वयुद्ध के समय फिर से पराधीन होकर नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के अधीन चला गया।
- द्वितीय विश्वयुद्ध में पोलैण्ड ने अपने साठ लाख नागरिकों को खो दिया था। कई साल बाद पोलैण्ड रूस से प्रभावित एक साम्यवादी गणराज्य के रूप में ईस्टर्न ब्लॉक में उभरा।
- साम्यवादी शासन का पतन 1989 में हो गया, जिसके बाद पोलैण्ड एक नये राष्ट्र के रूप में उभरा। सांविधानिक तौर इसे 'तृतीय पोलिश गणतंत्र' कहकर पुकारा गया।
|
|
|
|
|