मांटेग्यू घोषणा
मांटेग्यू घोषणा 20 अगस्त, 1917 ई. में की गई थी। लॉर्ड मांटेग्यू ने ब्रिटिश संसद में यह घोषणा की कि ब्रिटिश सरकार का उद्देश्य भारत में उत्तरदायी शासन की स्थापना करना है।
- भारत सचिव लॉर्ड मांटेग्यू द्वारा द्वारा 20 अगस्त, 1917 को ब्रिटेन की 'कामन्स सभा' में एक प्रस्ताव पढ़ा गया, जिसमें भारत में प्रशासन की हर शाखा में भारतीयों को अधिक प्रतिनिधित्व दिये जाने की बात कही गयी थी। इसे 'मांटेग्यू घोषणा' कहा गया।
- मांटेग्यू घोषणा को उदारवादियों ने 'भारत के मैग्नाकार्टा की संज्ञा' दी थी।
- नवम्बर, 1917 में मांटेग्यू भारत आया और यहाँ उसने तत्कालीन वायसराय लॉर्ड चेम्सफ़ोर्ड से व्यापक विचार-विमर्श के बाद 1919 ई. में 'मांटेग्यू-चेम्सफ़ोर्ड रिपोर्ट' को जारी किया।
- 'मांटेग्यू घोषणा' और 'मांटेग्यू-चेम्सफ़ोर्ड रिपोर्ट' के अधार पर निर्मित 'भारत सरकार अधिनियम- 1919' को मांटेग्यू ने संसद द्वारा निर्मित सरकार और भारत के जनप्रतिनिधियों के बीच सेतु की संज्ञा दी।
- वर्ष 1919 ई. के 'भारत सरकार अधिनियम' के नाम से प्रसिद्ध इस एक्ट से प्रान्तों में 'द्वैध शासन' की व्यवस्था की गई थी।
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