एलफ़िन्स्टन माउण्ट स्टुअर्ट
- एलफ़िन्स्टन माउण्ट स्टुअर्ट एक विख्यात इतिहासकार और प्रशासक था।
- वह ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सेवा में 1795 ई. में लिपिक की हैसियत से भारत आया।
- बहुत शीघ्र ही वह पेशवा बाजीराव द्वितीय के दरबार में सहायक ब्रिटिश रेजीडेण्ट हो गया।
- उसने बसई तथा आरगाँव के युद्धों में बड़ी वीरता दिखाई थी।
- 1804 ई. से 1808 ई. तक वह नागपुर में ब्रिटिश रेजीडेण्ट के रूप में रहा था।
- बाद में वह 1811 ई. में पूना का रेजीडेण्ट बनाया गया, जहाँ पर उसने भारी कूटनीति और चातुर्य का परिचय दिया।
- तीसरे मराठा युद्ध (1817-19 ई.) में उसने भारी संगठन शक्ति और साहस का परिचय दिया।
- इस युद्ध में उसके घर पर आक्रमण हुआ, उसके पुस्तकालय को नष्ट कर दिया गया, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और अन्त में खड़की की लड़ाई (1817 ई.) में बाजीराव द्वितीय को पराजित कर दिया।
- युद्ध समाप्त होने पर उसे बम्बई का गवर्नर बना दिया गया, जिस पर वह अवकाश ग्रहण करने के समय (1827 ई.) तक बना रहा।
- गवर्नर की हैसियत से उसने बम्बई प्रान्त में अनेक सुधार लागू किये और प्रान्त में शिक्षा का प्रसार किया।
- बम्बई का एलफ़िन्स्टन कॉलेज उसके ही सम्मान में स्थापित किया गया था।
- उसने 1841 ई. में अंग्रेज़ी भाषा में 'भारत का इतिहास' नामक अपनी विख्यात पुस्तक लिखी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 66।