बख़्त ख़ाँ: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "॰" to ".")
m (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�)
 
(4 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
बख़्त ख़ाँ का जन्म सन 1797 ई. को हुआ था। अग्रेज़ विरोधी भारतीय विद्रोह (1857) के आरंभिक चरण में वह विद्रोह टुकड़ियों के सेना प्रमुख थे। मातृ पक्ष से [[अवध]] (1856 में अंग्रेज़ो द्वारा सत्ताच्युत) के शासक परिवार से संबंधित बख़्त ख़ां ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कई वर्षों तक तोपख़ाना प्रमुख के पद पर काम किया। मई सन 1857 ई. में विद्रोह भड़कने पर उन्होंने [[दिल्ली]] जा रही अपनी टुकड़ी का नेतृत्व किया। जहाँ बख़्त ख़ां विद्रोहियों द्वारा घोषित स्वतंत्र भारतीय सरकार में प्रधान नेता बनकर उभरे। नाममात्र के मुग़ल बादशाह पर नियंत्रण रखने के लिए उन्होंने एक प्रशासित दरबार स्थापित किया, जिसके सदस्य सेना व सरकारी विभागों द्वारा चुने गए। कहा जाता है कि सितंबर में अंग्रेज़ों द्वारा दिल्ली से बाहर निकाले जाने के बाद विद्रोह के अंतिम दिनों में चल रही लड़ाई के दौरान सन 1859 ई. में उनकी मृत्यु हो गई।
बख़्त ख़ाँ का जन्म सन् 1797 ई. को हुआ था। अग्रेज़ विरोधी भारतीय विद्रोह (1857) के आरंभिक चरण में वह विद्रोह टुकड़ियों के सेना प्रमुख थे। मातृ पक्ष से [[अवध]] (1856 में अंग्रेज़ो द्वारा सत्ताच्युत) के शासक परिवार से संबंधित बख़्त ख़ां ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कई वर्षों तक तोपख़ाना प्रमुख के पद पर काम किया। मई सन् 1857 ई. में विद्रोह भड़कने पर उन्होंने [[दिल्ली]] जा रही अपनी टुकड़ी का नेतृत्व किया। जहाँ बख़्त ख़ां विद्रोहियों द्वारा घोषित स्वतंत्र भारतीय सरकार में प्रधान नेता बनकर उभरे। नाममात्र के मुग़ल बादशाह पर नियंत्रण रखने के लिए उन्होंने एक प्रशासित दरबार स्थापित किया, जिसके सदस्य सेना व सरकारी विभागों द्वारा चुने गए। कहा जाता है कि सितंबर में अंग्रेज़ों द्वारा दिल्ली से बाहर निकाले जाने के बाद विद्रोह के अंतिम दिनों में चल रही लड़ाई के दौरान सन् 1859 ई. में उनकी मृत्यु हो गई।
 
 
{{लेख प्रगति
{{प्रचार}}
|आधार=आधार1
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
|प्रारम्भिक=
==संबंधित लेख==
|माध्यमिक=
{{औपनिवेशिक काल}}S
|पूर्णता=
[[Category:औपनिवेशिक काल]][[Category:इतिहास कोश]]
|शोध=
}}
[[Category:नया पन्ना]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 07:28, 27 July 2012

बख़्त ख़ाँ का जन्म सन् 1797 ई. को हुआ था। अग्रेज़ विरोधी भारतीय विद्रोह (1857) के आरंभिक चरण में वह विद्रोह टुकड़ियों के सेना प्रमुख थे। मातृ पक्ष से अवध (1856 में अंग्रेज़ो द्वारा सत्ताच्युत) के शासक परिवार से संबंधित बख़्त ख़ां ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में कई वर्षों तक तोपख़ाना प्रमुख के पद पर काम किया। मई सन् 1857 ई. में विद्रोह भड़कने पर उन्होंने दिल्ली जा रही अपनी टुकड़ी का नेतृत्व किया। जहाँ बख़्त ख़ां विद्रोहियों द्वारा घोषित स्वतंत्र भारतीय सरकार में प्रधान नेता बनकर उभरे। नाममात्र के मुग़ल बादशाह पर नियंत्रण रखने के लिए उन्होंने एक प्रशासित दरबार स्थापित किया, जिसके सदस्य सेना व सरकारी विभागों द्वारा चुने गए। कहा जाता है कि सितंबर में अंग्रेज़ों द्वारा दिल्ली से बाहर निकाले जाने के बाद विद्रोह के अंतिम दिनों में चल रही लड़ाई के दौरान सन् 1859 ई. में उनकी मृत्यु हो गई।  


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

S