असाई की लड़ाई: Difference between revisions
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*इस लड़ाई में अंग्रेज़ी सेना ने सर आर्थर वेलेजली के नेतृत्व में शिन्दे और भोंसले की विशाल सेना को [[23 सितम्बर]] 1803 ई. को पराजित कर दिया। | *इस लड़ाई में अंग्रेज़ी सेना ने सर आर्थर वेलेजली के नेतृत्व में शिन्दे और भोंसले की विशाल सेना को [[23 सितम्बर]] 1803 ई. को पराजित कर दिया। | ||
*शिन्दे की जिस सेना ने लड़ाई में भाग लिया, उसको यूरोपीय अफ़सरों से यूरोपीय ढंग से ट्रेनिंग दिलाई गई थी, लेकिन वह छोटी सी अंग्रेज़ी सेना से बुरी तरह से पराजित हो गई।<ref>पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश' पृष्ठ संख्या-30</ref> | *शिन्दे की जिस सेना ने लड़ाई में भाग लिया, उसको यूरोपीय अफ़सरों से यूरोपीय ढंग से ट्रेनिंग दिलाई गई थी, लेकिन वह छोटी सी अंग्रेज़ी सेना से बुरी तरह से पराजित हो गई।<ref>पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश' पृष्ठ संख्या-30</ref> | ||
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Latest revision as of 13:59, 21 February 2013
असाई की लड़ाई दूसरे आंग्ल-मराठा युद्ध (1803-05 ई.) के दौरान हुई।
- इस लड़ाई में अंग्रेज़ी सेना ने सर आर्थर वेलेजली के नेतृत्व में शिन्दे और भोंसले की विशाल सेना को 23 सितम्बर 1803 ई. को पराजित कर दिया।
- शिन्दे की जिस सेना ने लड़ाई में भाग लिया, उसको यूरोपीय अफ़सरों से यूरोपीय ढंग से ट्रेनिंग दिलाई गई थी, लेकिन वह छोटी सी अंग्रेज़ी सेना से बुरी तरह से पराजित हो गई।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश' पृष्ठ संख्या-30