स्थिर: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
नवनीत कुमार (talk | contribs) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - " महान " to " महान् ") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''स्थिर''' का उल्लेख [[हिन्दू]] पौराणिक [[ग्रंथ]] [[महाभारत]] में हुआ है। [[महाभारत शल्य पर्व]] के अनुसार ये महामना मेरु द्वारा अग्नि पुत्र कार्तिकेय को दिये गये दो पार्षादों में से एक पार्षद का नाम है, जो दोनों | '''स्थिर''' का उल्लेख [[हिन्दू]] पौराणिक [[ग्रंथ]] [[महाभारत]] में हुआ है। [[महाभारत शल्य पर्व]] के अनुसार ये महामना मेरु द्वारा अग्नि पुत्र कार्तिकेय को दिये गये दो पार्षादों में से एक पार्षद का नाम है, जो दोनों महान् बल और पराक्रम से सम्पन्न थे।<ref>महाभारत शल्य पर्व 45-48</ref> | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Latest revision as of 07:31, 6 August 2017
स्थिर का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत शल्य पर्व के अनुसार ये महामना मेरु द्वारा अग्नि पुत्र कार्तिकेय को दिये गये दो पार्षादों में से एक पार्षद का नाम है, जो दोनों महान् बल और पराक्रम से सम्पन्न थे।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 542 |
- ↑ महाभारत शल्य पर्व 45-48
संबंधित लेख
Retrieved from "https://en.bharatdiscovery.org/w/index.php?title=स्थिर&oldid=605983"