वेदशिरा
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
मेरु ऋषि ने अपनी आयति और नियति नाम की कन्याएँ क्रमशः धाता और विधाता को ब्याहीं, उनसे उनके मृकण्ड और प्राण नामक पुत्र हुए। उनमें से मृकण्ड के मार्कण्डेय और प्राण के मुनिवर वेदशिरा का जन्म हुआ।
- वेदशिरा भागवत पुराणानुसार मूर्द्धन्या के गर्भ से उत्पन्न मार्कण्डेय के एक पुत्र का नाम है।[1]
- ये राजा उपरिचर के अश्वमेध यज्ञ के सदस्य भी थे।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 478 |
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज