अर्वावसु
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
अर्वावसु हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार रैभ्य ऋषि के दूसरे पुत्र का नाम था। भरद्वाज के शापवश इनके बड़े भाई परावसु ने पिता रैभ्य का जंगली मृग समझ वध कर दिया था, किंतु अर्वावसु ने अपने तपोबल से उन्हें पुन: जीवित कर लिया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 33 |
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज