स्वारोचिष मनु

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 05:36, 14 January 2016 by नवनीत कुमार (talk | contribs) (''''स्वारोचिष मनु''' का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभार...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

स्वारोचिष मनु का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। प्रसिद्ध हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के अनुसार ये दूसरे मनु थे और शंखपद के पिता।

  • दूसरे मनु का नाम था जो स्वरेचिस्वरो के पुत्र थे, लेकिन श्रीमद्भागवत में इन्हें अग्नि का पुत्र लिखा है।[1]
  • मार्कण्डेयपुराणानुसार इनका नाम द्यतिमान होना चाहिये।[2]
  • इन्हें ब्रह्मा ने शाश्वत धर्म का उपदेश दिया था। इन्होंने अपने पुत्र शंखपद को उक्त धर्म की शिक्षा दी थी।[3]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 545 |

  1. भागवत पुराण 8.1.19
  2. भागवत पुराण तथा मार्कण्डेय पुराण
  3. महाभारत शांति पर्व 348.36-37

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः