हरि (तारकाक्ष पुत्र)
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हरि का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत कर्ण पर्व के अनुसार एक असुर का नाम, जो तारकाक्ष का महाबली पुत्र था। इसने अपनी तपस्या से ब्रह्माजी को प्रसन्न कर उनके वरदान से अपने तीनों पुरों में मृतसंजीवनी बावली का निर्माण किया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 547 |
- ↑ महाभारत कर्ण पर्व 33.27-30
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