असितभैरव
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 08:02, 12 May 2016 by नवनीत कुमार (talk | contribs) (''''असितभैरव''' का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
असितभैरव का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के उल्लेखानुसार यह श्रीकृष्ण के दाहिने नेत्र से प्रकट हुए थे, जो आठ भैरवों में से एक थे।[1]
- भैरव शिव के समान ही तेजस्वी थे। भैरव के आठ रूप माने गये हैं, जो कि निम्न हैं-
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ब्रह्मवैवर्त पुराण |प्रकाशक: गोविन्द भवन कार्यालय, गीताप्रेस गोरखपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 36 |
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज