व्यास स्मृति: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
Line 1: Line 1:
{{बहुविकल्पी|व्यास}}
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=व्यास|लेख का नाम=व्यास (बहुविकल्पी)}}
*इसे [[स्मृतियाँ|स्मृतियों]] में विशिष्ट स्थान प्राप्त है।  
*इसे [[स्मृतियाँ|स्मृतियों]] में विशिष्ट स्थान प्राप्त है।  
*इसमें वर्णाश्रम-धर्म सम्बन्धी उपदेश संकलित हैं 'धर्मान वर्ण व्यवस्यितान्'- (व्यास स्मृति)।  
*इसमें वर्णाश्रम-धर्म सम्बन्धी उपदेश संकलित हैं 'धर्मान वर्ण व्यवस्यितान्'- (व्यास स्मृति)।  

Latest revision as of 10:52, 8 May 2011

चित्र:Disamb2.jpg व्यास एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- व्यास (बहुविकल्पी)
  • इसे स्मृतियों में विशिष्ट स्थान प्राप्त है।
  • इसमें वर्णाश्रम-धर्म सम्बन्धी उपदेश संकलित हैं 'धर्मान वर्ण व्यवस्यितान्'- (व्यास स्मृति)।
  • 4 अध्यायों 250 श्लोकों में धर्माचरण योग्य उत्तम देश, षोडस संस्कारों की विधि, गुरुमहिमा, गृहस्थ, पातिव्रत, रजोधर्म, गृहस्थ के नैमित्तिक एवं काम्यकर्मादि का तथा सदाचार आदि का तथा चौथे अध्याय के 50 श्लोकों में दानधर्म का महत्त्व प्रतिपादित है।

संबंधित लेख

श्रुतियाँ