Difference between revisions of "छाप तिलक सब छीन्हीं रे -अमीर ख़ुसरो"
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Amir-Khusro.jpg |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
|||
Line 35: | Line 35: | ||
छाप तिलक सब छीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के | छाप तिलक सब छीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के | ||
बात अघम कह दीन्हीं रे मोसे नैंना मिला के। | बात अघम कह दीन्हीं रे मोसे नैंना मिला के। | ||
− | बल बल जाऊँ मैं तोरे | + | बल बल जाऊँ मैं तोरे रंगरजवा, |
− | अपनी सी रंग दीन्हीं रे मोसे नैंना | + | अपनी सी रंग दीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। |
− | प्रेम वटी का मदवा पिलाय के मतवारी कर दीन्हीं रे | + | प्रेम वटी का मदवा पिलाय के, |
− | मोसे नैंना मिलाई के। | + | मतवारी कर दीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। |
− | गोरी गोरी | + | गोरी गोरी बहियाँ हरी हरी चूरियाँ |
बइयाँ पकर हर लीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। | बइयाँ पकर हर लीन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। | ||
− | खुसरो निजाम के बल-बल | + | खुसरो निजाम के बल-बल जाइए |
मोहे सुहागन किन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। | मोहे सुहागन किन्हीं रे मोसे नैंना मिलाई के। | ||
ऐ री सखी मैं तोसे कहूँ, मैं तोसे कहूँ, छाप तिलक....। | ऐ री सखी मैं तोसे कहूँ, मैं तोसे कहूँ, छाप तिलक....। |
Revision as of 12:19, 4 September 2011
| ||||||||||||||||||
|
apani chhavi banaee ke jo maian pi ke pas gee, |
sanbandhit lekh