आहुक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 13:58, 6 February 2016 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

आहुक हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार यादव वंश के राजा उग्रसेन के पिता थे। इनकी आठ कन्याएँ थीं। राजा आहुक के पास दस हज़ार ऐसे रथ रहते थे, जिनमें सुदृढ़ 'उपासंग' (कूबर) एवं 'अनुकर्ष' (धूरे) लगे रहते थे। इन रथों पर ध्वजाएँ फहराती रहती थीं। सभी रथ कवच से सुसज्जित रहते थे तथा जिनसे मेघ की घरघराहट के सदृश शब्द निकलते थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 20 |


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः