धार मैं धाय धँसी निरधार -देव: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) m (धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी -देव का नाम बदलकर [[धार मैं धाय धँसी निरधार -द...) |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "Blankimage.gif" to "Blankimage.png") |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 4: | Line 4: | ||
| | | | ||
{{सूचना बक्सा कविता | {{सूचना बक्सा कविता | ||
|चित्र=Blankimage. | |चित्र=Blankimage.png | ||
|चित्र का नाम=उपलब्ध नहीं है | |चित्र का नाम=उपलब्ध नहीं है | ||
|कवि =[[देव (कवि)|देव]] | |कवि =[[देव (कवि)|देव]] | ||
Line 33: | Line 33: | ||
<poem> | <poem> | ||
धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी । | धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी । | ||
री अँगराय गिरी गहिरी गहि फेरे फिरीँ न घिरीँ | री अँगराय गिरी गहिरी गहि फेरे फिरीँ न घिरीँ नहीं घेरी । | ||
देव कछू अपनो बसु ना रस लालच लाल चितै भईँ चेरी । | देव कछू अपनो बसु ना रस लालच लाल चितै भईँ चेरी । | ||
बेगि ही बूड़ि गई पँखियाँ अँखियाँ मधु की मखियाँ भई मेरी । | बेगि ही बूड़ि गई पँखियाँ अँखियाँ मधु की मखियाँ भई मेरी । |
Latest revision as of 14:47, 25 January 2013
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
| ||||||||||||||||
|
धार मैँ धाय धँसी निरधार ह्वै जाय फँसी उकसी न अँधेरी । |
टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |