उपालम्भ -माखन लाल चतुर्वेदी: Difference between revisions
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एक गो-पद था, भला था, | एक गो-पद था, भला था, | ||
कब किसी के काम का था? | कब किसी के काम का था? | ||
क्षुद्ध तरलाई गरीबिन | क्षुद्ध तरलाई गरीबिन, | ||
अरे कहाँ उलीच लाये? | अरे कहाँ उलीच लाये? | ||
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नगर-रव बीच लाये? | नगर-रव बीच लाये? | ||
एक वन्ध्या गाय थी | एक वन्ध्या गाय थी, | ||
हो मस्त बन में घूमती थी, | हो मस्त बन में घूमती थी, | ||
उसे प्रिय! किस स्वाद से | उसे प्रिय! किस स्वाद से | ||
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ऐ उदार दधीच लाये? | ऐ उदार दधीच लाये? | ||
जहाँ कोमलतर, मधुरतम | जहाँ कोमलतर, मधुरतम, | ||
वस्तुएँ जी से सजायीं, | वस्तुएँ जी से सजायीं, | ||
इस अमर सौन्दर्य में, क्यों | इस अमर सौन्दर्य में, क्यों |
Revision as of 14:18, 19 December 2011
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क्यों मुझे तुम खींच लाये? |
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