जाग-जाग सुकेशिनी री! -महादेवी वर्मा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "दाग " to "दाग़ ") |
||
Line 46: | Line 46: | ||
रजत - तारों घटा बुन बुन | रजत - तारों घटा बुन बुन | ||
गगन के चिर | गगन के चिर दाग़ गिन-गिन | ||
श्रान्त जग के श्वास चुन-चुन | श्रान्त जग के श्वास चुन-चुन | ||
सो गई क्या नींद की अज्ञात- | सो गई क्या नींद की अज्ञात- |
Revision as of 12:46, 4 September 2011
| ||||||||||||||||||||
|
जाग-जाग सुकेशिनी री! |
संबंधित लेख