प्रतिशोध -मैथिलीशरण गुप्त: Difference between revisions
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नबी के पास वह अभियोग लाया। | नबी के पास वह अभियोग लाया। | ||
मुझे आज्ञा मिले प्रतिशोध लूँ मैं। | मुझे आज्ञा मिले प्रतिशोध लूँ मैं। | ||
नहीं निःशक्त वा निर्बोध हूँ मैं। | |||
उन्होंने शांत कर उसको कहा यों | उन्होंने शांत कर उसको कहा यों | ||
स्वजन मेरे न आतुर हो अहा यों। | स्वजन मेरे न आतुर हो अहा यों। |
Revision as of 13:24, 21 January 2012
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किसी जन ने किसी से क्लेश पाया |
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