रंगेलो राणो कई करसो मारो राज्य -मीरां

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 11:23, 7 September 2011 by ऋचा (talk | contribs) ('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
रंगेलो राणो कई करसो मारो राज्य -मीरां
कवि मीरांबाई
जन्म 1498
जन्म स्थान मेरता, राजस्थान
मृत्यु 1547
मुख्य रचनाएँ बरसी का मायरा, गीत गोविंद टीका, राग गोविंद, राग सोरठ के पद
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
मीरांबाई की रचनाएँ

रंगेलो राणो कई करसो मारो राज्य।
हूं तो छांडी छांडी कुलनी लाज॥ध्रु.॥
पग बांधीनें घुंगरा हातमों छीनी सतार।
आपने ठाकूरजीके मंदिर नाचुं वो हरी जागे दिनानाथ
॥ रंगेलो.॥1॥
बिखको प्यालो राणाजीने भेजो कैं दिजे मिराबाई हात।
कर चरणामृत पीगई मीराबाई ठाकुरको प्रसाद॥ रंगेलो.॥2॥
सापरो पेटारो राणाजीनें भेजों दासाजीने हात।
सापरो उपाडीनें गलामों डारयो हो गयो चंदन हार।
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर तूं मारो भरतार॥ रंगेलो.॥3॥

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः