चाँद है ज़ेरे-क़दम -अदम गोंडवी

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चाँद है ज़ेरे-क़दम -अदम गोंडवी
कवि अदम गोंडवी
जन्म 22 अक्टूबर, 1947
जन्म स्थान परसपुर, गोंडा, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 18 दिसंबर, 2011
मुख्य रचनाएँ 'धरती की सतह पर', 'समय से मुठभेड़'
भाषा हिंदी
विधा कविता
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
अदम गोंडवी की रचनाएँ

चाँद है ज़ेरे-क़दम. सूरज खिलौना हो गया
हाँ, मगर इस दौर में क़िरदार बौना हो गया

शहर के दंगों में जब भी मुफलिसों के घर जले
कोठियों की लॉन का मंज़र सलोना हो गया

ढो रहा है आदमी काँधे पे ख़ुद अपनी सलीब

जिंदगी का फ़लसफ़ा जब बोझ ढोना हो गया जिंद

यूँ तो आदम के बदन पर भी था पत्तों का लिबास
रूह उरियाँ क्या हुई मौसम घिनौना हो गया

अब किसी लैला को भी इक़रारे-महबूबी नहीं
इस अहद में प्यार का सिंबल तिकोना हो गया।

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